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अंबाला। नगर परिषद की ढीली कार्रवाई का खामियाजा छावनी निवासियों को भुगतना पड़ रहा है और विभाग सड़कों पर पैचवर्क करने से कतरा रहा है, इसलिए स्थानीय लोगों ने सामाजिक संस्थाओं की मदद से ऊबड़-खाबड़ सड़कों को दुरुस्त कराने का काम शुरू किया है। सुभाष नगर के पास यह कार्य पूरा हो गया है, जहां सड़क के बद्दतर हालात थे, वहीं अब सीमेंट लगाने से सड़क काफी हद तक दुरुस्त हो गई है। हालांकि अभी भी छावनी के दर्जनों ऐसे क्षेत्र हैं,जहां पैचवर्क की सबसे ज्यादा जरूरत है।
पांच साल से टूटी सड़कें, नहीं ली सुध
छावनी के कुछ बाजारों में तो पुरानी इंटरलॉकिंग टाइल्स से निर्मित सड़कों को तोड़कर नई सड़कों का बेशक निर्माण कर दिया गया है, लेकिन अभी भी कुछ बाजार ऐसे हैं, जहां सड़क निर्माण की बेहद जरूरत है, वहीं अगर गली-मोहल्लों की सड़कों की बात करें तो यह सड़कें कुछ जगह से इस प्रकार धंस चुकी है कि हल्की बारिश में यह जगह तालाब का रूप धारण कर लेती हैं जो सड़क से निकलने वाले वाहन चालकों और लोगों के लिए परेशानी का सबब बन जाती हैं।
नहीं लेता कोई सुध
ऐसा नहीं है कि सड़कों के पेचवर्क को लेकर नगर परिषद के कार्यालय नहीं जाते, वो जाते हैं और विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी भी देते हैं, लेकिन अन्य कार्याें की व्यस्तता के चलते विभागीय अधिकारी मौके का मुआयना करना मुनासिब नहीं समझते और इस कारण समस्या का समाधान भी नहीं हो पाता।
इन क्षेत्रों का बुरा हाल
सबसे बुरे हालात दयालबाग चौक से महेशनगर की तरफ आने वाली सड़क के हैं, जिसे टूटे हुए सात से आठ साल हो चुके हैं, लेकिन इसके नवनिर्माण को लेकर आजतक कोई कार्रवाई धरातल स्तर पर नहीं हो पाई। वहीं एकता विहार को जाने वाली सड़क, हाउसिंग बोर्ड चौक, रामबाग रोड के नजदीक चौक ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सड़कों पर तालाब का रूप देखा जा सकता है। वहीं गुड़ बाजार की सड़क तो पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है, लेकिन न तो इस पर पेचवर्क किया गया और न ही इसे नई बनाया गया। वहीं अनाजमंडी में प्याऊ के पास भी ऐसे ही हालात है,जहां लोग दुकानों के मलबे को डालकर सड़क के गड्ढे भरने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं।
25 लाख का ठेका हुआ था जारी
नगर परिषद ने लगभग तीन माह पहले 25 लाख रुपये का ठेका जारी किया था ताकि छावनी क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों में टूटी हुई सड़कों पर पेचवर्क किया जा सके। लेकिन यह पेचवर्क का कार्य कुछ सड़कों तक ही सीमित होकर रह गया और पैसा भी खत्म हो गया। हैरानी की बात है कि आज भी छावनी की दर्जनों सड़कें पेचवर्क की राहत देख रही हैं।
वर्जन
पेचवर्क के काम में लापरवाही का सवाल ही पैदा नहीं होता। जैसे ही सूचना मिलती है तो समस्या समाधान को लेकर कनिष्ठ अभियंताओं को निर्देश दे दिए जाते हैं। वैसे भी अभी चुनाव ड्यूटी की व्यस्तता है, शायद इसी वजह से पेचवर्क का कार्य न हो पाया है। अगर फिर भी कहीं कोई परेशानी है तो नप कार्यालय में लिखित तौर पर शिकायत दे सकते हैं।
मंदीप सिंह, कार्यकारी अभियंता, नप सदर।
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