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नारायणगढ़। नारायणगढ़ को जिला बनाने की मांग लंबे समय से उठ रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर नारायणगढ़ को जिला बनाया जाता है तो न केवल नारायणगढ़ का विकास होगा, बल्कि शहजादपुर क्षेत्र का भी विकास होगा। साथ ही लोगों को अपने कार्य के लिए 40 से 50 किलोमीटर का सफर नहीं तय करना पड़ेगा और यहां के युवाओं को भी रोजगार मिलेगा। साथ ही स्थानीय लोगों को पहले के मुकाबले ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी।
नारायणगढ़ उपमंडल का इलाका शिवालिक क्षेत्र के अधीन है, जोकि पिछड़ा व अर्ध पहाड़ी क्षेत्र है।नारायणगढ़ के निवासियों को रोजमर्रा के जिला प्रशासनिक कार्यों के लिए 40 से 55 किलोमीटर दूर अंबाला जाना पड़ता है, यदि सरकार नारायणगढ़ को जिला का दर्जा दे तो सरकार का प्रशासनिक दफ्तरों के निर्माण के लिए भी कोई खर्च भी नहीं होगा, क्योंकि नारायणगढ़ में पहले से ही लघु सचिवालय है। इसके साथ ही नारायणगढ़ में सबसे पुराना उपमंडल होने के साथ-साथ राजकीय महाविद्यालय, सरकारी अस्पताल की बड़ी इमारतों के साथ, बिजली, जल, स्वास्थ्य और लोक निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय, तहसील व न्यायालय होने के साथ ही तमाम प्रशासनिक दफ्तर पहले से ही है।
सरोजबाला, समाजसेविका, नारायणगढ़।
नारायणगढ़ जिला बनने से क्षेत्र में खेल कोटा बढ़ेगा। जिससे क्षेत्र के युवाओं की खेलों में रुचि भी बढ़ेगी। वैसे भी वर्तमान में जिला अंबाला व साथ लगते यमुनानगर आबादी के लिहाज से ओवरलोड झेल रहे है। इस वजह से प्रशासनिक व्यवस्था और कार्यभार संभालने में विभागीय अधिकारियों को परेशानी होती है, अगर नारायणगढ़ जिला बनता है तो उनका कार्यभार कम होगा और व्यवस्था बनाने में आसानी होगी। इसके साथ ही नारायणगढ़ उपमंडल के अधीन शहजादपुर खंड में भी राजकीय कन्या महाविद्यालय, सब तहसील व खंड स्तरीय प्रशासनिक कार्यालय है। ऐसे में जिला बनने से शहजादपुर का भी विकास होगा।
प्रदीप सिंह, नारायणगढ़।
नारायणगढ़ जिला बनाओ में फोटो—प्रदीप सिंह, नारायणगढ़।
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