[ad_1]
Last Updated:
पंचकूला में अकील अख्तर की संदिग्ध मौत पर हत्या का केस दर्ज, एसआईटी जांच कर रही है. पूर्व डीजीपी मुस्तफा ने सियासी साजिश की आशंका जताई, वीडियो और ड्रग्स एंगल की जांच जारी है.
चंडीगढ़. हरियाणा के पंचकूला में पंजाब के पूर्व डीजीपी मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मामले में पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है. पंचकूला पुलिस ने इस मामले में एसआईटी की गठन किया है. हालांकि, इस पूरे मामले को सुलझाना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. क्योंकि शुरुआत में ड्रग ओवरडोज की बात सामने आई थी. लेकिन बाद में पड़ोसी की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया गया. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि पुलिस को इस हत्याकांड में किन किन सवालों के जवाब तलाशने होंगे.
- पहला सवालः पंचकूला पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि अकील की ड्रग ओवरडोज से मौत हुई थी या फिर उसे ड्रग्स का ओवरडोज दिया गया. घटना के दौरान घर पर क्या हुआ था और क्या सब कुछ सुनियोजित था?
- दूसरा सवालः अकिल और परिवार के रिश्ते कितने खराब थे और क्या ड्रग्स की एडिक्शन की वजह से परिवार में कोई खटास थी, अकिल कब से ड्रग एडिक्ट था, क्या उसका परिवार ने इलाज करवाया था?
- तीसरा सवालः अकिल ने पिता और पत्नी के बीच अवैध संबंधों के आरोप भी लगाए थे. पुलिस के सामने इस बात के पीछे की सच्चाई जानना भी चुनौतीपूर्ण होगा और जानना होगा कि क्या अकिल की बातों में सच्चाई थी औऱ वह इस वजह से स्ट्रेस में रहता था.
- चौथा सवालः अकिल के दो वीडियो सामने आई हैं, जो कि अगस्त औऱ अक्तूबर में रिकॉर्ड किए गए हैं और अब पुलिस को यह पता लगाना होगा कि आकिल ने मर्जी से रिकॉर्ड किए थे या किसी दबाव में आरोपों से लेकर माफी का वीडियो रिक़ॉर्ड किया था?
- पांचवां सवालः पंजाब के मलेरकोटला में अकिल के पड़ोसी ने इस मामले में शिकायत क्यों दी, शिकायत के पीछे शिकायतर्ता का कोई मोटिव तो नहीं है या फिर कोई सियासी साजिश है. क्योंकि अकिल की मां पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना कांग्रेस नेता रही हैं. वहीं, पूर्व डीजीपी मुस्तफा भी कांग्रेस के नेता हैं.
- छठा सवालः अकिल ने अपने वीडियो में 2012 से लेकर 2024 तक की कुछ बातों का जिक्र किया है. ऐसे में पुलिस को बीते साल की बातें भी निकालनी होंगी. अकिल ने कहा था कि उन्होंने सोनीपत से 2012 में पढ़ाई की थी. तो क्या उसे पहले से ही ड्रग्स की लत थी या कब यह लत लगी.
पिता ने बेटे की मौत के बाद हत्या के आरोपों पर क्या
इस पूरे मामले पर पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने भी चुप्पी तोड़ी औऱ कहा कि पंचकूला पुलिस ने अपना कर्तव्य निभाया और एफआईआर दर्ज होने का मतलब दोष सिद्ध होना नहीं है. जांच शुरू होगी और सच जल्द सामने आ जाएगा. उन्होंने कहा कि बेटा अकिल कई साल से मानसिक रूप से बीमार था और यह मामला सियासत से प्रेरित है. मामले में पड़ोसी शमशुद्दीन की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. पूर्व डीजीपी मुस्तफा ने कहा कि वे पुलिस जांच में सहयोग करेंगे. पंचकूला की डीसीपी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और एसआईटी की गठन किया गया है. उन्होंने कि वीडियो की भी जांच की जाएगी.

Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently…और पढ़ें
Results-driven journalist with 14 years of experience in print and digital media. Proven track record of working with esteemed organizations such as Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesari and Amar Ujala. Currently… और पढ़ें
[ad_2]