[ad_1]
भिवानी। पराली न जलाने और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने के लिए प्रदेश सरकार किसानों को 1200 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दे रही है। यह जानकारी कृषि विभाग उप निदेशक डॉ. विनोद फोगाट ने दी। डीसी साहिल गुप्ता के मार्गदर्शन में जिले में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की टीमें गांव-गांव जाकर किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन के लाभों के बारे में जागरूक कर रही हैं।
डॉ. फोगाट ने बताया कि किसान यदि पराली को खेत में मिलाते हैं तो इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है और पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान होता है। कृषि विभाग किसानों को पराली प्रबंधन में हर संभव सहायता दे रहा है। इसके लिए सुपर सीडर और बेलर उपकरणों पर सरकार द्वारा सब्सिडी भी दी जा रही है, ताकि किसान आधुनिक तकनीक का उपयोग कर सकें। मंगलवार को विभाग की टीमों ने कुंगड़, जाटू लुहारी, मिलकपुर और पुर सहित कई गांवों का दौरा कर किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन अपनाने के लिए प्रेरित किया। टीमों ने किसानों को सरकार द्वारा प्रदान की जा रही प्रोत्साहन राशि और तकनीकी सहायता की जानकारी दी।
[ad_2]
पराली प्रबंधन पर 1200 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दे रही है सरकार : डॉ. विनोद