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चार बार विभाग की ओर से खोला गया दाखिला पोर्टल, फिर भी नहीं भर पाईं यूजी कक्षाओं की सीटें
संवाद न्यूज एजेंसी
चरखी दादरी। विभाग की ओर से प्रथम वर्ष की दाखिला प्रक्रिया बंद कर दी गई है। जिले के आठ महाविद्यालयों में यूजी की अब भी 55 फीसदी सीटें खाली हैं। वहीं, दो संस्थानों में पीजी की सीटें फुल हो चुकी हैं, जबकि, अन्य में 27 से 40 फीसदी दाखिले ही हुए हैं।
शहर के जनता कॉलेज में यूजी की 1160 सीटें हैं। डॉ. नीरज गर्ग ने बताया कि इनमें से संस्थान की 46 फीसदी सीटें भर पाई हैं। पीजी की 340 सीटों में से मात्र 27 प्रतिशत पर दाखिले हुए हैं। बौंदकलां राजकीय कॉलेज में पीजी की सभी बीस सीटें फुल हो चुकी हैं। यूजी की 320 में से 27.5 फीसदी सीटें खाली हैं। इसमें बीए की 240 में से 215 और बीकॉम की 80 में से 17 सीटों पर दाखिले हो पाए हैं।
बाढड़ा महिला कॉलेज प्राचार्य ललित कुमार ने बताया कि संस्थान में पीजी की 120 सीटें हैं। सभी भर चुकी हैं। स्नातक 720 में से 77.1 फीसदी सीटें भर पाई हैं। अगर एपीजे कॉलेज की बात करें तो इसमें स्नातक कोर्स की 500 सीटें हैं। इनमें से 41.2 फीसदी भर पाई हैं। पीजी में संस्थान की 120 में से 43.3 फीसदी सीटें भर चुकी हैं। दादरी के राजकीय पीजी कॉलेज में बीए की 187 व बीकॉम की 15 सीटें भर चुकी हैं। अब संस्थान की 68 प्रतिशत सीटें रिक्त रह गई हैं।

– झोझूकलां महिला महाविद्यालय की 60 फीसदी सीटें खाली
झोझूकलां महिला महाविद्यालय में बीए की 225, बीकॉम की 23 व बीएससी की 43 सीटें भर चुकी हैं। संस्थान की 60 फीसदी सीटें खाली हैं। डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि पीजी में संस्थान की 48.1 प्रतिशत सीटों पर दाखिले हुए हैं। यूजी में 720 में से 40 फीसदी सीटें भर पाईं जबकि 60 फीसदी सीटें खाली हैं।
– कादमा कॉलेज में 46.6 फीसदी सीटें भरीं
कादमा राजकीय कॉलेज प्राचार्य नितेश कुमार ने बताया कि संस्थान में बीए की 160 में से 108 व बीकॉम की 80 में से 4 सीटों पर ही दाखिले हुए हैं। इस तरह 46.6 फीसदी सीटें भर चुकी हैं और 54.4 फीसदी सीटें खाली रही हैं। मांढी हरिया राजकीय कॉलेज प्राचार्य प्रवीन कुमार ने बताया कि संस्थान में 320 सीटें हैं। इसमें से 46.5 प्रतिशत दाखिले हो चुके हैं जबकि 34.5 फीसदी सीटें खाली हैं।
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दादरी राजकीय महाविद्यालय में अंतिम दिन दाखिला लेने पहुंचीं छात्राएं। संवाद
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Charkhi Dadri News: दो कॉलेजों में पीजी कक्षाओं की सीटें भरीं, यूजी की 55 फीसदी खाली