[ad_1]
चंडीगढ़ नगर निगम के मेडिकल विभाग में तैनात ड्राइवर मनप्रीत सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। उस पर एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि ड्राइवर ने उसे नगर निगम में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपए लिए थे। मगर बाद में न तो नौकरी दिलवाई है और न ही उसके पैसे
.
नगर निगम के अधिकारियों को छह दिन पहले यह शिकायत दी थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए उसे नौकरी से सस्पेंड कर दिया गया है। नगर निगम की मेयर हरप्रीत कौर बबला ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि इस पर अभी जांच जारी है। उपरोक्त ड्राइवर आम आदमी पार्टी के पार्षद का साला बताया जा रहा है।
पीड़ित द्वारा दी गई शिकायत।
नौकरी दिलाने के नाम पर लिए थे पैसे
- खरड़ के युवक गुरप्रीत सिंह जंगू ने नगर निगम के अधिकारियों समेत एसएसपी चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत देकर आरोप लगाया था कि उसके पास कोई काम नहीं होने के कारण वह काम की तलाश में था। उसका संपर्क नगर निगम के मेडिकल विभाग में तैनात ड्राइवर मनप्रीत सिंह से हुआ था।
- गुरप्रीत ने उसे विश्वास दिलाया था कि वह उसे नगर निगम में नौकरी दिलाएगा, इसलिए उससे 3 लाख रुपए मांगे गए थे। बात ढ़ाई लाख रुपए में तय हो गई थी। उसने पैसे दे भी दिए थे, मगर उसे न तो नौकरी मिली है और ना ही पैसे वापिस किए जा रहे हैं।
- अक्टूबर 2022 में 50 हजार नकद में दिए, साथ ही अपनी शैक्षणिक योग्यता से संबंधित दस्तावेज भी दिए। बाद में उन्होंने मुझसे कहा कि 2 लाख रुपए एक अन्य व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करवा लिए।
- तीन साल तक नौकरी नहीं मिली है, तो वह बार बार उक्त लोगों से संपर्क कर रहे हैं, तो उनसे कोई उत्तर नहीं मिला, यहां तक कि दो महीने बाद भी, तब मैंने मनप्रीत सिंह को उनके उपर्युक्त नंबर पर कॉल की, लेकिन वे हमेशा किसी न किसी बहाने से बात को टालते रहे।
- एक वर्ष बीत जाने के बाद भी जब कोई जवाब नहीं मिला, तब उनसे पैसे वापिस करने को कहा और टाल मटोल करते रहे। इसके बाद उसने दूसरे लोगों से बात की तो जिन्होंने बार-बार मुझे नौकरी का आश्वासन दिया और कहा कि थोड़ा और इंतजार करें। अब लगभग तीन वर्ष बीत चुके हैं, परंतु इन व्यक्तियों ने न तो मुझे नौकरी प्रदान की है और न ही मेरी मेहनत की कमाई वापिस की है।
[ad_2]
चंडीगढ़ नगर निगम का ड्राइवर सस्पेंड: नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेने का आरोप, AAP पार्षद का रिश्तेदार है आरोपी – Chandigarh News
