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शहर के बीके अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, जगह-जगह फैली गंदगी
गौरव मिश्रा
फरीदाबाद। जिले का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल होने के बावजूद बादशाह खान (बीके) अस्पताल की हालत बेहद खराब है। अस्पताल के प्रमुख गेट से अंदर जाते ही कई सारी खामियां नजर आ जाती हैं। जगह-जगह गंदगी पसरी हुई मिली। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी के साथ-साथ पर्चे बनवाने वाले काउंटर बंद रहते हैं। लंबी-लंबी कतार में खड़े मरीजों की आंखों में बीमार अस्पताल से इलाज की आस दिखती है। बता दें कि अस्पताल में रोजाना करीब 2300 से 2500 मरीज आते हैं।
अस्पताल के प्रमुख गेट से अंदर जाते ही जहां-तहां गाड़ियां खड़ी हैं। जिससे एंबुलेंस तक को निकलने में समस्या आती है। वहीं परिसर के अंदर कई जगहों पर गंदगी फैली हुई है, जिससे मरीज बीमार हो सकते हैं। मरीज की बैठने वाली सीटों के नीचे सीमेंट आदि की बोरियां रखी हुई हैं। साथ ही कई जगहों पर परिसर में गंदगी बिखरी नजर आती है। पीने वाले पानी की टंकी के चारों ओर गंदगी फैली हुई है। टंकी के आसपास टूटी-फूटी चीजें पड़ी हैं और पीछे की दीवारें जर्जर हैं।
इसके अलावा कई विभागों में डॉक्टरों की संख्या भी कम है। जिसके चलते प्रतिदिन कई विभागों में लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं। शुक्रवार को हड्डी रोग विशेषज्ञ (ऑर्थोपेडिक कक्ष) में मरीजों की लंबी लाइन नजर आई। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग आपस में धक्का मुक्की कर रहे थे।
लोगों ने बताया कि हड्डी रोग विशेषज्ञ का अस्पताल में सिर्फ एक ही कक्ष है। इसमें भी सिर्फ एक डॉक्टर ही मरीजों को देखते हैं।उन्होंने बताया कि यह एकमात्र समस्या नहीं है। शुक्रवार को पर्चे पर दोबारा तारीख डलवाने आए मरीजों को काउंटर बंद होने के कारण भी परेशान होना पड़ा। लोगों ने बताया कि यह काउंटर अक्सर बंद कर दिया जाता है। इसपर कोई आवाज नहीं उठाता है। ना ही प्रशासन का ध्यान इस ओर जाता है।
उच्च अधिकारियों ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को पार्किंग और सड़क का निर्माण कार्य 20 अक्तूबर तक पूरा करने को कहा है। डॉक्टरों की कमी को लेकर कई बार निदेशालय को पत्र लिखा जा चुका है। – डॉ. एमपी सिंह, उप चिकित्सा अधिकारी
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