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खेती-किसानी का सबसे नाज़ुक समय शुरू हो चुका है। गेहूं और सरसों की बिजाई नज़दीक है मगर किसानों के लिए सबसे बड़ी चिंता डीएपी खाद की कमी बन गई है। हालात यह हैं कि सोमवार तड़के सुबह तीन बजे से ही किसान सिवानी अनाज मंडी स्थित सहकारी सोसाइटी के बाहर लाइन में लग गए। खेत-खलिहान का काम छोड़कर किसान भूखे-प्यासे घंटों इंतजार में बैठे रहे।
सोसाइटी के बाहर सुबह से ही महिलाओं और बुजुर्ग किसानों तक की भीड़ उमड़ पड़ी। किसान कृष्णा कुमार, भगवानदास, संदीप कुमार, संतोष देवी, राकेश, सतवीर सिंह, रामपाल ने बताया कि वे सुबह 3 बजे से लाइन में खड़े हैं, लेकिन 10 बजे तक भी खाद वितरण शुरू नहीं हुआ। किसानों ने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि उन्हें यह भी नहीं पता कि खाद मिलेगी या नहीं और मिलेगी तो कितनी।
किसानों ने बताया कि अगर सीमित खाद दी गई तो उन्हें दोबारा लाइन में लगना पड़ेगा। इस दौरान वे घर-परिवार और खेत का जरूरी काम छोड़कर बाहर परेशान खड़े हैं।
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हिसार: खाद के लिए रात से लाइन में खड़े किसान, सुबह तक भूखे-प्यासे करते रहे इंतजार


