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इस्माइलाबाद के नैसी गांव के पास 100 फीट का तटबंध दुरुस्त नहीं हुआ है। दिन भर इस तटबंध तक पहुंचने के लिए प्रशासन व किसानों द्वारा रास्ता बनाया जाता रहा। यह तटबंध टूटने से नैसी, टबरा, मडाडो सहित आधा दर्जन से ज्यादा गांवों की फसलें प्रभावित हुई तो इस्माइलाबाद बाईपास नेशनल हाईवे 152 पर भी पानी पहुंच गया।
शाहाबाद में मारकंडा में शाम तक 34,550 क्यूसेक पानी बहाव दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से करीब साढ़े आठ हजार क्यूसेक ज्यादा रहा। मारकंडा में जलभराव से 20 से ज्यादा गांव प्रभाव झेल रहे हैं, जहां डीसी व अन्य अधिकारी दिन भर दौरा करते रहे।
उधर लाडवा में राक्षी नदी का तटबंध बुधवार रात करीब 12 बजे बंद कर दिया गया था लेकिन नदी खतरे के निशान से ऊपर चलती रही। इस नदी के बुधवार को टूटे तटबंध के चलते कईं गांव व लाडवा शहर का कुछ हिस्सा वीरवार को भी जलभराव का सामना करता रहा।
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कुरुक्षेत्र: बंद नहीं किया जा सका मारकंडा का टूटा नैसी तटबंध, हजारों एकड़ फसल डूबी