[ad_1]
अमेरिका का भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ आज यानी 27 अगस्त से लागू हो गया है। इससे पहले ट्रम्प ने जुलाई में भारत पर 25% टैरिफ लगाया था, अब भारत पर कुल टैरिफ 50% हो गया है।
ट्रम्प प्रशासन के इस फैसले को दुनियाभर की प्रमुख मीडिया कवर कर रही है, जानिए किसने क्या लिखा…
CNN: 50% के टैरिफ के बाद चीन जा रहे मोदी, क्या अमेरिका के लिए चिंता की बात?

भारत और चीन के बीच 5 साल पहले हुई हिंसक झड़प के बाद रिश्तों में तनाव आ गया था, लेकिन अब ट्रम्प के आर्थिक दबाव के बाद उनके बीच नजदीकी बढ़ने लगी है।
पीएम मोदी इस हफ्ते 2018 के बाद पहली बार चीन का दौरा करेंगे। वे शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। जियो पॉलिटिकल उथल-पुथल के इस दौर में दोनों नेता पुरानी तल्खियों को पीछे छोड़ते हुए आर्थिक मुद्दों पर फोकस करेंगे और आपसी सहयोग के लिए हाथ मिलाएंगे।
यह देखना बाकी है कि यह यात्रा ग्लोबल रिलेशन को कैसे प्रभावित करेगी। क्या इससे अमेरिका को चिंता होनी चाहिए? अखबार ने एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा है कि अगर अमेरिका, भारत को खो देता है, तो यह उसके लिए ‘सबसे बुरा परिणाम’ साबित होगा।
न्यूयॉर्क टाइम्स: भारत पर अमेरिकी टैरिफ का बोझ, रूसी तेल खरीदने की सजा

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने बुधवार को भारत से आने वाले लगभग सभी सामानों पर 50 प्रतिशत टैरिफ (आयात कर) लगाने की अपनी धमकी को पूरा कर दिया। इस 50% टैरिफ का आधा हिस्सा (25%) भारत पर रूसी तेल खरीदने के कारण लगा है।
इससे भारत के उन निर्यातकों को भारी नुकसान होगा, जो लाखों लोगों को रोजगार देते हैं। साथ ही यह कदम भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते आर्थिक रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकता है। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी अमेरिकी कंपनियों में से दो-तिहाई का भारत में कारोबार है।
यह टैरिफ भारत के शेयर बाजार में अरबों डॉलर के विदेशी निवेश को भी अस्थिर कर सकता है, जो दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार है। भारत पर 50% टैरिफ लगने से अमेरिकी आयातकों की चीन की फैक्ट्रियों पर निर्भरता कम करने की रणनीति कमजोर पड़ सकती है।
BBC: ट्रम्प का भारत पर 50% टैरिफ लागू, पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता पर जोर दिया

अमेरिका ने भारत पर 50% का भारी टैरिफ लागू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने हाल ही में रूस से तेल और हथियार खरीदने के कारण भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ का आदेश दिया था, जो पहले से लागू 25% टैरिफ के साथ जुड़ गया है।
इससे भारत, जो इंडो-पेसिफिक क्षेत्र में अमेरिका का मजबूत साझेदार है, अब दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ देने वाले देशों में शामिल हो गया है। यह टैरिफ भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा झटका है।
अमेरिका हाल तक भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था, और इस कदम से भारत के निर्यात और आर्थिक विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। कपड़ा, हीरे, झींगा जैसे निर्यात-आधारित उद्योगों में लाखों लोगों की आजीविका खतरे में है।
पीएम मोदी ने इस संकट का सामना करने के लिए तुरंत कदम उठाए हैं। इस महीने की शुरुआत में उन्होंने टैरिफ के आर्थिक प्रभाव को कम करने के लिए टैक्स में कटौती का वादा किया। स्वतंत्रता दिवस पर मोदी ने ‘स्वदेशी’ और ‘मेक इन इंडिया’ का नारा दिया।
उन्होंने छोटे दुकानदारों और व्यवसायियों से अपनी दुकानों के बाहर ‘मेड इन इंडिया’ के बोर्ड लगाने की अपील की। मोदी ने कहा, ‘हमें आत्मनिर्भर बनना होगा, न कि मजबूरी में, बल्कि गर्व के साथ। दुनिया में आर्थिक स्वार्थ बढ़ रहा है, हमें अपनी मुश्किलों पर रोने के बजाय ऊपर उठना होगा।’
एसोसिएटेड प्रेस: अमेरिकी टैरिफ से भारत के निर्यात को बड़ा झटका

भारत को अपने सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार अमेरिका से तगड़ा झटका लगने वाला है। बुधवार से अमेरिका ने भारतीय सामानों पर भारी टैरिफ लगा दिया है, जिससे भारत के 48.2 अरब डॉलर के निर्यात पर असर पड़ेगा।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पहले 25% टैरिफ की घोषणा की थी, लेकिन इस महीने उन्होंने रूस से तेल खरीदने के कारण भारत पर अतिरिक्त 25% टैरिफ लगा दिया। कुल मिलाकर, भारतीय सामानों पर अब 50% टैरिफ लागू होगा।
भारतीय अधिकारियों का कहना है कि इससे अमेरिका को निर्यात करना मुश्किल हो जाएगा, जिससे नौकरियां खतरे में पड़ सकती है और आर्थिक विकास धीमा पड़ सकता है।
नई दिल्ली के थिंक टैंक, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव के अनुसार, टेक्सटाइल, रत्न और आभूषण, चमड़ा, खाद्य पदार्थ और ऑटोमोबाइल जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे।
फाइनेंशियल टाइम्स: ट्रम्प-मोदी के रिश्तों में खटास, भारत पर अमेरिकी टैरिफ 50% तक पहुंचा

अमेरिका ने भारत के रूस से सस्ता तेल खरीदने पर कड़ा कदम उठाया है। बुधवार को भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लागू हो गया, जो पहले से मौजूद 25% टैरिफ के अतिरिक्त है।
इससे भारत पर दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ दरों में से एक लागू हो गया है। ट्रम्प ने इस महीने घोषणा की थी कि भारत पर टैरिफ दर को दोगुना किया जाएगा, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव अचानक बढ़ गया।
दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता में कोई समझौता नहीं हो सका, जबकि मई तक व्यापार समझौते का पहला चरण पूरा करने का था। भारतीय विश्लेषकों का मानना है कि ट्रम्प का यह कदम रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन युद्ध खत्म करने का दबाव बनाने के लिए भी है। हालांकि, भारत ने रूस से तेल खरीदना जारी रखा है।
द गार्डियन: ट्रम्प ने रूसी तेल खरीदने की सजा के तौर पर भारत पर 50% टैरिफ लगाया

डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत से होने वाले अधिकांश अमेरिकी आयातों पर 50% टैरिफ लगा दिया है। ट्रम्प ने दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक भारत को रूसी तेल की खरीदने के लिए धमकी दी थी।
इस टैरिफ से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचने और ग्लोबल सप्लाई चेन में व्यवधान पड़ने का खतरा है।
अमेरिका के इस कदम से भारतीय निर्यातक विदेशों से आने वाले सामानों पर सबसे ज्यादा अमेरिकी शुल्कों का सामना कर रहे हैं। अमेरिका ने ब्राजील पर भी भारत की ही तरह 50% टैरिफ लगा रखा है।
———————————
ये खबर भी पढ़ें…
ट्रम्प का दावा-मोदी को जंग रोकने के लिए धमकी दी: कहा था- इतने हाई टैरिफ लगाऊंगा कि आपका सिर चकरा जाएगा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच मई में तनाव कम करके न्यूक्लियर वॅार को रोकने का दावा किया है। व्हाइट हाउस में बुधवार को कैबिनेट बैठक के दौरान ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने भारत को भारी टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। पूरी खबर पढ़ें…
[ad_2]
भारत पर 50% अमेरिकी टैरिफ पर वर्ल्ड मीडिया: NYT-गार्जियन ने लिखा- रूसी तेल खरीदने की सजा, CNN ने कहा- अब जिनपिंग से हाथ मिलाएंगे मोदी

