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जींद। हिसार लोकसभा क्षेत्र सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कहा कि पिछले 11 साल में पहली बार राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष ने एकजुट होकर सरकार को अपनी ताकत से अवगत करवाया है। पहलगाम आतंकी हमले और बाद में ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष के सवालों से केंद्र सरकार डरी है। उनके साथ जिला प्रधान ऋषिपाल हैबतपुर, दरिया सिंह दरियावाला, दिनेश डाहौला भी मौजूद रहे।
वह शुक्रवार को सफीदों रोड स्थित कार्यकर्ता गंगा लाठर के आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने अभय चौटाला की ओर से कांग्रेस और पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पर भाजपा से मिलीभगत के आरोप के सवाल पर कहा कि भाजपा से चौटाला परिवार मिला हुआ है। 2019 तक जब अभय चौटाला विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे तब वह मनोहर लाल को बचाते थे और भूपेंद्र हुड्डा पर हमला बोलते थे।
दुष्यंत चौटाला ने तो 2019 में मनोहर लाल के साथ मिलकर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवाई। यही चौटाला परिवार की असलियत है। पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह की ओर से दो अक्तूबर से 15 विधानसभा क्षेत्रों में यात्रा निकालने पर जयप्रकाश ने कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए जो भी मैदान में उतरता है वह सही है लेकिन इसके बार में उन्हें जानकारी नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि पिछली लोकसभा में जब काले कृषि कानून पारित किया जा रहे थे तब उनका समर्थन करने वालों को जनता कभी माफ नहीं करेगी। हरियाणा में लॉ ऑर्डर की स्थिति को लेकर जयप्रकाश ने कहा कि नायब सरकार हर मोर्चे पर बुरी तरह नाकाम है।
हरियाणा सरकार पर विश्वास नहीं था इसलिए भिवानी की मनीषा मौत मामले में सीबीआई से जांच की मांग की गई। कुछ दिन पहले सीएम के साथ मंच सांझा करने वाले जुलाना नगरपालिका के अध्यक्ष रिश्वत लेते जेल जाते हैं।
लोकसभा में पेश किए बिल की आलोचना की
सांसद ने लोकसभा में सरकार द्वारा पेश किए गए उस बिल की भी आलोचना की जिसमें यह प्रावधान किया गया है कि कोई प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री या मंत्री 30 दिन तक जेल में रहता है तो उसकी कुर्सी चली जाएगी। यह बिल संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। सरकार केवल उपराष्ट्रपति चुनाव में दो मुख्यमंत्रियों को डराने के लिए यह बिल लेकर आई है। सरकार को डर है कि उप राष्ट्रपति चुनाव में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी की जीत होगी।
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