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करनाल। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) हरियाणा शाखा कार्यालय ने मेंटर्स और विज्ञान शिक्षकों के लिए मानकों के माध्यम से विज्ञान सीखना विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। उन्हें बताया गया कि बीआईएस का क्या महत्व है। साथ ही उत्पाद के असली व नकली का मानक से कैसे पता चल सकता है, इसकी भी जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बीआईएस के हरियाणा शाखा कार्यालय के निदेशक एवं प्रमुख रमेश के और डीपीसी उर्वशी विग ने शिरकत की। प्रशिक्षण के दौरान सौरभ चंद्रा ने विभिन्न उत्पादों के मानकों पर जानकारी दी। इसके बाद प्रश्न-उत्तर सत्र आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान शिक्षकों को बीआईएस द्वारा लागू किए गए विभिन्न मानकों के बारे में जानकारी प्रदान करना था।
रमेश के. ने बीआईएस के हरियाणा शाखा कार्यालय द्वारा आयोजित उत्साहपूर्ण गतिविधियों पर प्रकाश डाला और मानक क्लबों का सफलतापूर्वक आयोजन करने के लिए शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बाजार में नकली उत्पादों से असली उत्पादों की पहचान करने के लिए बीआईएस के महत्व पर जोर दिया, जिससे उपभोक्ताओं की सुरक्षा और उत्पाद की गुणवत्ता सुनिश्चित होती है। डीपीसी उर्वशी ने प्रत्येक स्कूल में मानक क्लबों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बीआईएस हमें असली और नकली उत्पादों के बीच अंतर करने में मदद करता है। बीआईएस चिन्ह उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करता है। कार्यक्रम का समापन प्रमाण पत्र वितरण समारोह और शिक्षक दिवस के उत्सव के साथ हुआ। इस अवसर पर एपीसी पवन कुमार भी मौजूद रहे।
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Karnal News: असली और नकली उत्पाद में भेद बताता है बीआईएस