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मंचासीन कार्यक्रम के अतिथि।
– फोटो : संवाद
विस्तार
मन, बुद्धि, आत्मा और शरीर को शुद्ध करना ही गीता का परम संदेश है। श्रीकृष्ण ने कुरु भूमि से यही दिव्य ज्ञान अर्जुन को दिया था। गीता का संदेश केवल अर्जुन के लिए नहीं था, बल्कि पूरे विश्व के कल्याण के लिए दिया था। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय हौसबोले ने कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञान संस्थानम् के ऑडिटोरियम हॉल में कही।
इससे पहले हौसबोले, स्वामी रामदेव, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी परमानंद, मुख्यमंत्री नायब सैनी, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्यमंत्री सुभाष सुधा व सांसद नवीन जिंदल ने संस्थान में जीओ ओपीडी व डायग्नोस्टिक केंद्र का मंत्रोच्चार एवं गीताजी के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर लोकापर्ण किया।
कार्यक्रम में सरकार्यवाह हौसबोले ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण जानते थे कि कुछ वर्ष बाद द्वापर युग के बाद कलियुग का आरंभ होगा। इस युग में गीता का ज्ञान पूरे विश्व का मार्गदर्शन करेगा। कलियुग में यह दिव्य ज्ञान मनुष्य की मन, बुद्धि और आत्म को शुद्ध रखने सहायक होगा। भारत से यह ज्ञान पूरे विश्व में फैल रहा है। पूरा विश्व भारत को गुरु मानकर सीख रहा है।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि भारत की संस्कृति व सभ्यता पुरातन है। पूरा विश्व आज इसे जानने के साथ मान भी रहा है। विश्व में अनेक संस्कृति का उदय हुआ, मगर काल के सामने सब समाप्त हो गई, मगर भारत के बौद्धिक ज्ञान, विज्ञान, विकास व कला ने सनातन संस्कृति को बनाए रखा। विश्व में अनेक लोगों ने भारत का भ्रमण किया तो कइयों ने इसे नष्ट करने के लिए आक्रमण भी किए किए, मगर यह भारत की संस्कृति व सनातन को खत्म नहीं कर पाए।
योग से रोग और गीता से अज्ञान होगा दूर : स्वामी रामदेव
स्वामी रामदेव ने ठेठ हरियाणवी बोली में स्वस्थ रहने के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि एलोपैथी और योग के संगम से पूरा विश्व ठाड्डा बनेगा। योग और एलोपैथी से शरीर का रोग दूर होगा। गीता से अज्ञानता का अंधकार हटेगा। इसलिए संत समुदाय पूरे समाज को योग और गीता अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। स्वस्थ रहने के लिए एक समय खाओं, ठाड्डा बनने के लिए दो समय और तीन बार खाना वाला रोगी बनेगा। उन्होंने मंच पर कपालभांति का प्रदर्शन भी किया।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव से दुनिया को मिल रहा संदेश : नायब सैनी
सीएम नायब सैनी ने कहा कि गीता के अमृत ज्ञान को विश्व तक पहुंचाने में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव अहम साबित हो हुआ है। देश-विदेश के कोने-कोने से पर्यटक व श्रद्धालु तीर्थाटन के लिए कुरुक्षेत्र पहुंचते हैं। देश परिवर्तन की तरफ बढ़ रहा है। पूरे विश्व की निगाहें भारत पर टिकी है।
समाज में फैली अज्ञानता अभिशाप : जिंदल
सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि समाज में फैली अज्ञानता एक अभिशाप है। अगर मनुष्य के विचार स्पष्ट होंगे तभी मनुष्य जीवन में आगे बढ़ने का काम करेगा। तभी मनुष्य अपने जीवन में सभी कठिनाइयों से आगे बढ़ सकेगा। इसके लिए स्वस्थ शरीर व मन का होना बहुत जरूरी है।
शिक्षक दिवस पर बना अनूठा संगम : ज्ञानानंद
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि शिक्षक दिवस पर ओपीडी केंद्र का लोकापर्ण एक अनूठा संयोग है। इसमें संत समाज व चिकित्सकों के सामूहिक प्रयास से लोगों का उपचार होगा। यहां लोगों को सभी सुविधाएं मिलेंगी। गीता ज्ञान संस्थानम् में अब न सिर्फ विचारों को शुद्ध किया जाएगा बल्कि उनके रोग का भी उपचार किया जाएगा।
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कुरुक्षेत्र पहुंचे RSS सरकार्यवाह हौसबोले: कहा- मन, बुद्धि, आत्मा और शरीर को शुद्ध करना ही गीता का परम संदेश