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कांग्रेस प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया के कार्यलय के बाहर देवेंद्र बबली
– फोटो : संवाद
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जजपा से विधायक एवं पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली को कांग्रेस पार्टी से टिकट मिलने की कम ही संभावनाएं नजर आ रही हैं। इस संबंध में एक वायरल वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि इस वीडियो के अधिकृत होने की पुष्टि नहीं हो सकी है। वीडियो में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने बबली को टिकट देने से इन्कार किया है।
वे कह रहे हैं कि, देवेंद्र बबली ने वीरवार को मुझसे मुलाकात की थी। उन्होंने, कहा वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य नहीं हैं, इस नाते उनको टिकट नहीं मिल सकती। अध्यक्ष कोई फैसला करते हैं तो अलग बात है, लेकिन मेरी तरफ से उनको ना कर दी गई है। बता दें कि विधायक देवेंद्र बबली ने 17 अगस्त को जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) से इस्तीफा दे दिया था। लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा का समर्थन किया था। तभी से उनके कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि इसका फैसला उनकी कमेटी करेगी। वीडियो के संबंध में बबली और बाबरिया से देर शाम तक बात नहीं हो पाई थी, ऐसे में इसके अधिकृत होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।
बबली ने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को हराया था
देवेंद्र बबली ने वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट लेकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा-बीजेपी का गठबंधन हो गया और सरकार बनी थी। जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया। उन्होंने इसी वर्ष अपने संगठन जागो, दिशा सही सोच नई द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा को समर्थन दिया था। इससे पहले देवेंद्र बबली पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खास माने जाते रहे हैं।
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