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चंडीगढ़ में खड़ी हरियाणा रोडवेज की बस।
– फोटो : अमर उजाला
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लोकल रूट पर बस चलाने को लेकर चंडीगढ़ और हरियाणा के बीच का विवाद अब केंद्र सरकार तक पहुंच गया है।

20 अगस्त को प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद भी हरियाणा ने बस का संचालन नहीं रोका है। रोजाना सुबह और शाम पीजीआई तक पंचकूला की बस आ रही है। बैठक के बाद प्रशासन ने पत्र लिखकर मना किया तो हरियाणा ने धमकी दे दी कि अगर उनकी बस का चंडीगढ़ में चालान हुआ तो वह भी कार्रवाई करेंगे।
मामले को सुलझाने के लिए सलाहकार राजीव वर्मा की अध्यक्षता में 20 अगस्त को बैठक हुई थी। इसमें हरियाणा के कई अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के बाद प्रशासन ने लिखित में हरियाणा को कहा कि चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट पॉलिसी के अनुसार, लोकल रूट पर बस चलाने का काम चंडीगढ़ को सौंपा गया है। ऐसे में पंचकूला/कालका से चलाई जा रही बस को तुरंत रोका जाए।
जवाब में हरियाणा ने कई नियम गिना दिए और चंडीगढ़ परिवहन विभाग को धमकी भी दे डाली। कहा कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) की गाइडलाइंस के अनुसार, इलेक्ट्रिक बसों को परमिट की जरूरत नहीं होती। कहा कि चंडीगढ़ और हरियाणा में रेसिप्रोकल एग्रीमेंट नहीं हुआ है, ऐसे में हरियाणा में चलने वाली सीटीयू की बसें अवैध हैं। हरियाणा ने यह भी कहा कि अगर किसी कानूनी पेंच को लेकर समस्या है तो मोर्थ को भेजा जा सकता है लेकिन तब तक लोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसलिए पीजीआई को जाने वाली बस चलती रहेगी।
इसके बाद कहा है कि चंडीगढ़ में अगर उनकी बस पर कार्रवाई की गई तो वह भी नियमों के अनुसार सीटीयू की बसों पर कार्रवाई करेंगे। हरियाणा से यह जवाब मिलने के बाद प्रशासन में खलबली मच गई। चंडीगढ़ के अधिकारियों ने फैसला किया है कि इस मामले को मोर्थ में भेजा जाएगा ताकि विवाद को सुलझाया जा सके।

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लोकल रूट पर बस चलाने का विवाद बढ़ाः पीजीआई तक दौड़ रही हरियाणा की बस, चंडीगढ़ ने केंद्र से लगाई गुहार