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अंबाला के सब डिवीजन नंबर 2 में गुरविंदर क्लर्क के निलंबन के विरोध में यूनियन द्वारा संचालित धरना प्रदर्शन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। धरने प्रदर्शन की अध्यक्षता सब यूनिट में उप प्रधान रोशन लाल और मंच का संचालन सब यूनिट सचिव गुरमीत सिंह ने किया।
सब यूनिट प्रधान बलवंत यादव ने बताया कि गुरविंदर क्लर्क को निलंबित करने की वजह अधिकारियों द्वारा ये बताई जा रही है कि उपभोक्ता को पहले नोटिस देकर फिर आगे की कारवाई करनी चाहिए थी। अधिकारियों का यह तर्क भ्रम की स्थिति उत्पन्न करता है।
कर्मचारियों पर थोपी गए राइट टू सर्विस एक्ट में मीटर पीडीसीओ के लिए सात दिन का समय निर्धारित किया गया है। इसके बाद अगर सात दिन में मीटर उतार कर उसका खाता बंद नहीं किया जाता तो संबंधित कर्मचारियों को पत्र जारी किया जाता है।
लेकिन रुटीन में किसी भी कार्यालय में नोटिस की प्रक्रिया नहीं अपनाई जाती। मौके पर अगर कोई मीटर उतारने का विरोध करता है तो प्रक्रिया रोक दी जाती है और फिर उपभोक्ता को कारण के साथ नोटिस दिया जाता है।
जब संबंधित मीटर को मौके से उतारा गया तो कोई विरोध नहीं हुआ क्योंकि जिस जगह पर यह मीटर लगा हुआ था, वहां खंडहर है और दूसरे मकान की छत गिरी हुई है।
जबकि मौके पर गेट का ताला लगा हुआ था। इस जगह का कब्जा न्यायालय के निर्देशानुसार उसी उपभोक्ता का था, जिसने मीटर उतरवाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था।
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