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Haryana News: बारिश ने फरीदाबाद के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. डीग गांव में सब्जी की खेती करने वाले पन्ना लाल की फसल का बड़ा हिस्सा खेत में ही सड़ गया. मंडी में भी दाम नहीं मिल रहे जबकि बाजार में सब्ज…और पढ़ें
फरीदाबाद के डीग गांव में बड़ी संख्या में किसान सब्जी की खेती करते हैं. इनमें से अधिकतर खेत मजदूरी या बटाई पर लेकर खेती कर रहे हैं. खेतों में दिन-रात मेहनत करने के बावजूद उन्हें उतना मुनाफा नहीं मिल पा रहा जितनी मेहनत वो करते हैं. बरसात के मौसम ने हालात और खराब कर दिए हैं.
उन्होंने कहा कि सब्जी की बुवाई से पहले खेत की दो बार जुताई की गई. सभी फसलों में दो-दो बार जुताई की जरूरत पड़ी. सिंचाई हर एक हफ्ते में करनी पड़ती है. बीज के बारे में बात करें तो भिंडी के लिए 3.5 किलो लौकी के लिए 1 किलो, तोरी के लिए आधा किलो, ककड़ी के लिए 250 ग्राम और बोड़ी के लिए 250 ग्राम बीज डाला गया. अगर मंडी में लौकी 30-35 रुपये किलो बिके तभी कुछ मुनाफा होता है. मगर, जब मंडी रेट दुकानों से 10 रुपये कम होता है तो फायदा नहीं के बराबर रहता है.
उन्होंने रोते हुए कहा कि बारिश ने फसल को नुकसान पहुंचा दिया है. कई सब्जियां खेत में ही सड़ गई हैं. ऐसे में अब परिवार का खर्चा चलाना भी मुश्किल हो गया है. पन्ना लाल ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई पांचवीं तक की है और बिहार में भी खेती करते रहे हैं, लेकिन फरीदाबाद में मौसम और मंडी के हालात ने पहली ही बार में उन्हें बड़ा झटका दिया है.
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