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Faridabad News: भारत में आज भी ऐसे कई इलाके हैं, जहां न तो सार्वजनिक शौचालय है और न स्ट्रीट लाइट. ऐसी ही एक जगह है फतेहपुर बिल्लौच गांव का बाजार जो 26 गांवों के लिए एकमात्र विकल्प है, लेकिन यहां न पार्किंग है न…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- फतेहपुर बिल्लौच गांव का बाजार 26 गांवों के लिए एकमात्र विकल्प है.
- यहां न पार्किंग है न शौचालय न स्ट्रीट लाइट और न ही सफाई का इंतजाम.
- लोग प्रशासन से सुरक्षा सफाई, रोशनी और सुविधा की मांग कर रहे हैं.
सार्वजनिक शौचालय तक भी नहीं
सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं
दुकानदार वीरेंद्र अग्रवाल, जो हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं, ने बताया कि गांव के सरपंच ने सफाई को लेकर कुछ काम जरूर किया है, लेकिन बाजार छोटा है और पार्किंग की कोई जगह नहीं है. बारिश में तो हालत और खराब हो जाती है, पानी जमा हो जाता है.
रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाने वाले मोनू वर्मा ने बताया कि बरसात के मौसम में बाजार में जलभराव हो जाता है. ग्राहक कम आते हैं और सफाई की हालत भी ठीक नहीं है. कचरे के ढेर लगे रहते हैं. बाजार में आवारा पशु भी खुलेआम घूमते रहते हैं, जो दुकानों के सामने रखा सामान भी नुकसान पहुंचा देते हैं. स्थानीय लोग और दुकानदार प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि बाजार में पार्किंग, शौचालय, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी, सुरक्षा और सफाई की व्यवस्था की जाए, ताकि 26 गांवों के लोगों को इस बाजार में सुविधा और सुरक्षा मिल सके.
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