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हिसार। लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय (सीओडीएसटी) में चार वर्षीय बीटेक (डेयरी टेक्नोलॉजी) के लिए आवेदन मांगे गए हैं। 15 से 31 जुलाई से कोर्स में दाखिलों के लिए आवेदन मांगे गए हैं।
नई शिक्षा नीति के तहत इस कोर्स में दाखिले होंगे। इन कोर्स में दाखिले के लिए 8 अगस्त से काउंसिलिंग शुरू होगी। दाखिले जेईई मैन की मेरिट लिस्ट के अनुसार होंगे। आवेदक के बारहवीं कक्षा में मैथ, केमिस्ट्री, फिजिक्स में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए।
डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. शरणगौंडा बी पाटिल ने बताया कि 2014 में लुवास में डेयरी साइंस कॉलेज की घोषणा की गई थी। इसमें 2016 से दाखिला प्रक्रिया शुरू हुई थी। डेयरी साइंस कॉलेज में बीटेक इन डेयरी साइंस की 32 सीटें हैं। इसमें 26 सीट हरियाणा के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित हैं।
उन्होंने बताया कि यह हरियाणा का राज्य सरकार का एकमात्र डेयरी साइंस कॉलेज है। इसके अलावा एनडीआरआई करनाल में एक डेयरी साइंस कॉलेज हैं। इसमें केंद्र सरकार की मेरिट के हिसाब से दाखिले होते हैं।
उन्होंने कहा कि डेयरी साइंस कॉलेज से बीटेक करने वाले विद्यार्थियों के पास नौकरी को लेकर कोई दिक्कत नहीं है। सभी शत प्रतिशत विद्यार्थियों को जॉब ऑफर मिलते हैं। यहां से पासआउट विद्यार्थियों को वेरका, वीटा, अमूल, मदर डेयरी सहित अन्य संस्थान में नौकरी मिली है। कुछ विद्यार्थियों ने अपने खुद के बिजनेस शुरू किए हैं। कॉलेज में बीटके के दाखिले के लिए 15 जुलाई से आवेदन लिए जाएंगे। 31 जुलाई तक आवेदन दिए जा सकते हैं। इसके बाद 1 हजार रुपये लेट फीस के साथ 5 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है।
8 अगस्त से काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। दाखिले का आधार जेईई मेन की मेरिट लिस्ट होगी। बीटेक के लिए 12वीं (पीसीएम) में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक (आरक्षित वर्ग को छूट) और न्यूनतम आयु 17 वर्ष निर्धारित है। इसके लिए सालाना फीस करीब 60 हजार रुपये है। पहले साल में फीस थोड़ी अधिक होती है। इस मौके पर डॉ. नीलेश सिंधु, डॉ. दिनेश मित्तल भी उपस्थित रहे।
डेयरी उद्योग में निरंतर डिमांड
सहायक प्रोफेसर डॉ. सुमित महाजन ने बताया कि यहां पढ़ाए जाने वाले प्रमुख विषयों में डेयरी प्रौद्योगिकी, डेयरी अभियांत्रिकी, रसायन, सूक्ष्मजीवविज्ञान और व्यवसाय प्रबंधन शामिल हैं। सरकारी क्षेत्र में एफएसएसएआई, एनडीडीबी, आईसीएआर जैसी संस्थाओं तथा निजी क्षेत्र में अमूल, नेस्ले, ब्रिटानिया आदि कंपनियों में प्रोसेसिंग टेक्नोलॉजिस्ट, क्वालिटी कंट्रोल ऑफिसर और फूड सेफ्टी विशेषज्ञों की मांग निरंतर बनी हुई है। स्वरोजगार के लिए युवाओं को डेयरी उत्पाद इकाइयों की स्थापना हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कहां पर करें संपर्क
कॉलेज की सहायक प्रोफेसर इंदु पंचाल ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए विद्यार्थी डेयरी टेक्नोलॉजी से संबंधित पाठ्यक्रमों, प्रवेश प्रक्रिया, प्रशिक्षण कार्यक्रमों एवं अन्य जानकारियों के लिए अभ्यर्थी लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट https://www.luvas.edu.in पर विजिट कर सकते हैं अथवा कॉलेज ऑफ डेयरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी, हिसार से फोन 01662-256142 या फिर ईमेल: dcodst
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Hisar News: लुवास के बीटेक डेयरी टेक्नोलॉजी में 15 जुलाई से शुरू होंगे आवेदन