[ad_1]
शहीद पायलट स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधू का बुधवार शाम को अंतिम संस्कार किया गया। संस्कार से पहले बेटे के शव को देखकर मां अनीता भावुक हुईं तो पिता जोगेंद्र बोले, रो मत तिरंगे में लिपटकर आया है म्हारा लाल। हर किसी का बेटा यूं बाप का नाम रोशन नहीं करता। साथ ही एक माह के बेटे अभिव्युदित्त के संग पत्नी डॉ. सुरभि ने पहले तिरंगे को चूमा, फिर जय हिंद बोलकर पति को अंतिम विदाई दी। इसके बाद रामबाग श्मशान घाट में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद को मुखाग्नि लोकेंद्र के भाई ज्ञानेंद्र ने एक माह के भतीजे को गोद में लेकर दी। वायुसेना की गाजियाबाद, नजफगढ़ व सूरतगढ़ से आई टुकड़ियों ने हवाई फायर कर सलामी दी। जिला प्रशासन की ओर से उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। करीब साढ़े छह बजे शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह सिंधू का शव वायु सेना की टुकड़ी लेकर रोहतक पहुंची। घर पर पहुंचते ही परिजनों ने गर्व के साथ विदाई दी।
[ad_2]
रोहतक: शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह सिंधू का हुआ अंतिम संस्कार