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haryana assembly election 2024
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हरियाणा विधानसभा चुनाव की बिसात बिछ चुकी है। एक-दूसरे को मात देने के लिए चालें चली जा रही हैं, लेकिन पहली बार भाजपा और कांग्रेस में एक बात समान दिख रही है। दोनों ही दल हरियाणा के अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गज नेताओं को पूरी तवज्जो दे रहे हैं।
हरियाणा की अलग-अलग छह बेल्टों में अलग-अलग नेताओं का प्रभाव है और दोनों दलों की जीत का दारोमदार क्षेत्रीय नेताओं पर रहेगा। छोटा राज्य होने के बावजूद हरियाणा के अंदर ही मिट्टी, बोली और राजनीतिक दृष्टि से छह बेल्ट हैं।
ये जाटलैंड (देशवाली), बांगर, बागड़, नरदक, मेवात, अहीरवाल बेल्ट हैं। इन सभी बेल्टों की अलग-अलग खासियतें हैं और अलग-अलग बेल्ट में अलग अलग नेताओं का प्रभाव है। दोनों ही दल अपने इन्हीं स्थानीय नेताओं के प्रभाव इस्तेमाल करके सत्ता की कुर्सी तक पहुंचना चाह रहे हैं। इन इलाकों में टिकट वितरण से लेकर प्रत्याशियों को जिताने तक की जिम्मेदारी इन नेताओं पर रहेगी।
देशवाली : रोहतक, सोनीपत, झज्जर और पानीपत व हिसार का कुछ हिस्सा (जाट, पंजाबी बाहुल्य इलाके)
कांग्रेस की बात करें तो दो बार सीएम रहे भूपेंद्र सिंह हुड्डा का यूं तो प्रदेशभर में प्रभाव है, लेकिन रोहतक, सोनीपत और झज्जर जिले को उनका गढ़ माना जाता है। पूर्व सीएम हुड्डा पर इस बेल्ट में कांग्रेस को बढ़त दिलाने की जिम्मेदारी है। वहीं, भाजपा को यहां अपने जाट नेता कैप्टन अभिमन्यु और ओमप्रकाश धनखड़ से आस है।
कुल विधानसभा सीटें 23
दल | विधानसभा सीटें |
कांग्रेस | 14 |
भाजपा | 7 |
अन्य | 2 |
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Election: दमदार क्षेत्रीय नेताओं पर BJP-कांग्रेस का दारोमदार, टिकट वितरण से जीत दिलाने तक में इनकी अहम भूमिका