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मिलेनियम सिटी में बस पोर्ट के रूप में विकसित किए जाएंगे दो बस स्टैंड
मनोज धर द्विवेदी
गुरुग्राम। मिलेनियम सिटी में प्रस्तावित पांच नए बस स्टैंड में से दो स्टैंड को बस पोर्ट के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पर एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। प्रदेश सरकार दोनों का निर्माण पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर कराने की योजना रखती है। पहले मानेसर में मॉल कम बस स्टैंड का निर्माण किया जाएगा। जहां एक ही छत के नीचे बसों के संचालन के साथ यात्री शॉपिंग माॅल और मल्टीप्लेक्स की सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) पांच नए बस स्टैंड के निर्माण की योजना रखता है। इसमें सेक्टर 48 में नए बस स्टैंड निर्माण के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। 100 बसों की क्षमता वाले बस स्टैंड को ई-बसों को ध्यान में रखकर तैयार कराया जाएगा। इसके निर्माण और ई-बसों के लिए चार्जिंग व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए अलग-अलग एजेंसियों को काम देने की तैयारी है। इसे लेकर सभी कार्य पूरे हैं और चुनाव बाद आगे की औपचारिकताएं पूरी की जाएगी। इसके अलावा सेक्टर 65 में बस स्टैंड के लिए छह एकड़ जमीन जीएमडीए को मिली है। यहां पर करीब 100 बसों के लिए बस स्टैंड बनेगा। इसके अलावा सेक्टर 103 में करीब नौ एकड़ जमीन पर द्वारका एक्सप्रेसवे के पास बस स्टैंड प्रस्तावित है। अभी 103 में जमीन उपयुक्त नहीं मिली है।
नौ एकड़ में पहला शॉपिंग मॉल कम बस स्टैंड बनेगा
मानेसर नगर निगम क्षेत्र में आईएमटी और कई सेक्टर हैं। ऐसे में यहां प्रदेश सरकार एम-12ए में करीब 9.20 एकड़ में पीपीपी मॉडल पर शॉपिंग मॉल कम बस स्टैंड निर्माण की योजना रखती है। इसके लिए जीएमडीए को जमीन उपलब्ध हो गई। जीएमडीए चुनाव बाद इसके लिए डीपीआर बनवाने पर काम शुरू कराएगा। जीएमडीए की योजना है कि इसे फरीदाबाद के एनआईटी में बने शॉपिंग मॉल कम बस स्टैंड की तरह निर्माण कराया जाए। जहां पर यात्रियों को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की सुविधाएं मिले। यहां पर शॉपिंग, मल्टीप्लेक्स, रेस्टोरेंट, रेस्ट रूम और होटल समेत अन्य का इंतजाम हो। जीएमडीए के एक अधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र में बहुत बड़ा आईएमटी मानेसर औद्योगिक क्षेत्र है। यहां पर कई देशी-विदेशी कंपनियों के प्लांट हैं। ऐसे में जीएमडीए जिले में पहला बस पोर्ट बनवाना चाहता है। करीब 120 करोड़ की लागत से बनने वाली मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में 150 बसें खड़ी हो सकेंगी और ई-बसों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होगा। इसके बाद पुराने शहर के बस स्टैंड भी इसी तर्ज पर विकसित करने की योजना है। इसके लिए रोडवेज के बस स्टैंड को सेक्टर 36ए में शिफ्ट किया जाएगा। इसके बाद पुराने बस स्टैंड पर 200 बसों की क्षमता वाला पीपीपी आधारित शाॅपिंग मॉल कम बस पोर्ट बनेगा। यहां भी यात्रियों के बैठने के लिए वातानुकूलित गैलरी बनाई गई है और साथ ही आरामदायक कुर्सियों का प्रावधान भी किया गया है। बस स्टैंड के नीचे वाहनों की पार्किंग के लिए बेसमेंट में गाड़ियों को खड़ी करने की व्यवस्था होगी। बस पोर्ट पर अधिकारियों, चालक व सह चालकों के लिए रेस्ट रूम, वेटिंग रूम, कैंटीन आदि की व्यवस्था है। बता दें कि प्रदेश सरकार अब नए बस स्टैंड को बस पोर्ट के नाम से विकसित कर रही है।
150 बसों का हो रहा संचालन
गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड (जीएमसीबीएल) की ओर से शहर में गुरुगमन नाम से सिटी बस सेवा का संचालन किया जा रहा है। जीएमसीबीएल की ओर से सेक्टर दस और सेक्टर 52 बस स्टैंड से विभिन्न रूटाें पर 150 बसों का संचालन हो रहा है। अभी पूरे जिले में गुरुगमन की बस सेवा बेहतर नहीं है और सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। जीएमडीए के मोबिलिटी डिवीजन के अनुसार वर्ष 2031 तक गुरुग्राम में 1025 बसों की आवश्यकता होगी।
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Gurugram News: मानेसर में बस स्टैंड पर ही मिलेगी शॉपिंग माॅल और मल्टीप्लेक्स की सुविधा