[ad_1]
ज्यादा देर तक बैठकर काम करना, कम आराम करना, भारी चीजें उठाने से कमर दर्द हो सकता है. इससे कमर में ऐंठन और लोअर बैक में अक्सर दर्द रहता है. इससे चलने में परेशानी होती है. गलत तरीके से बैठने से दर्द तो बढ़ता ही है, शरीर भी उसी तरह ढलने लगता है. इस दर्द को क्रानिक बैक पेन (Chronic Back Pain) कहते हैं. अमेरिकन एसोसिएशन ऑफ न्यूरोलॉजिकल सर्जंस के मुताबिक, अकेले अमेरिका में ही हर साल 75 से 85% लोग बैक पेन की शिकायत लेकर आते हैं. इनमें से 90 प्रतिशत का दर्द बिना किसी सर्जरी ठीक हो जाती है. आइए जानते हैं इसका कारण और बचने के उपाय..

शरीर के लिए विटामिन्स काफी महत्वपूर्ण हैं. इनमें से एक विटामिन D भी है. धूप के संपर्क में आने के बाद शरीर को विटामिन डी 1 मिलता है. जब ये लीवर और किडनी में पहुंचता है तो विटामिन डी 3 में कंवर्ट हो जाता है. इसके जरिए हड्डियों को कैल्शियम मिलता है. जब ये विटामिन शरीर को सही तरह से नहीं मिलता तो कैल्शियम की कमी हो जाती है और बैक पेन हो सकता है.

लगातार 8-10 घंटे तक बैठकर काम करने से बैठने का पोस्चर गलत हो जाता है, जिसका असर सीधे तौर पर कमर, कंधों और गर्दन पर पड़ता है. धीरे-धीरे ये समस्या सिर चक पहुंच सकती है और पूरा शरीर भी इसकी चपेट में आ सकता है. गलत पोस्चर में बैठने से कई तरह के नुकसान होते हैं. हमारा शरीर गलत पोस्चर के शेप में ढलने लगता है. इससे बैक मसल्स स्ट्रैच हो जाते हैं. इससे डिस्क की समस्या बढ़ सकती है.

पुरानी चोट भी कमर दर्द का कारण बन सकती है. जब आप दवा खाते हैं या कोई थेरेपी लेते हैं तो दबा हुआ दर्द उभर जाता है. एक्सीडेंट के बाद पूरी तरह इलाज न होने से भी ये समस्या बन सकती है. इससे शरीर में ऐंठन, मांसपेशियों में दर्द और बैक पेन हो सकता है.

लगातार बैठकर काम करने से बैक की मसल्स स्टिफ बनने लगती है, इसलिए स्टैंडिंग वर्क स्टेशन की मदद लें. इससे कमर दर्द की परेशानी दूर होगी. क्रानिक पेन से बचने के लिए फिजिकल एक्टिविटी को अपनी लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं. योग, एक्सरसाइज नियमित तौर पर करें.
Published at : 25 Aug 2024 05:46 PM (IST)
हेल्थ फोटो गैलरी
हेल्थ वेब स्टोरीज
[ad_2]
आपकी 4 गलतियां पीठ दर्द को बना देती है असहनीय, जानें बचने का तरीका