चंडीगढ़ नगर निगम एआई स्मार्ट पार्किंग मीटिंग से मंगलवार को कांग्रेस पार्षदों ने वॉकआउट कर दिया। हालांकि वॉकआउट की वजह पार्किंग व्यवस्था से नाराजगी न होकर राजनीतिक रही।
Trending Videos
दरअसल मीटिंग के अंदर एक आमंत्रण पत्र दिया गया। जिसमें लिखा था कि संविधान हत्या दिवस कार्यक्रम। प्रशासन की तरफ से इस कार्यक्रम को 25 जून को कराया जा रहा और पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हो रहे हैं।
बैठक में मौजूद आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों को इस कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण पत्र दिया गया। जैसे ही यह पत्र कांग्रेस पार्षद सचिन गालव को मिला उन्होंने इसका विरोध किया। उनका कहना था कि संविधान हत्या दिवस कोई केंद्र या राज्य सरकार का सांविधानिक दिवस नहीं है। ऐसे में प्रशासन इस कार्यक्रम को अपने खर्च पर कैसे आयोजित कर सकता है। उससे बड़ी बात कि इसमें प्रशासक मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हो रहे हैं। एक तरफ शहर के विकास के लिए प्रशासन के पास बजट का अभाव है। वहीं, सरकारी खर्च में राजनीति कार्यक्रम किए जा रहे है। यह खुद में संविधान की हत्या करने वाली बात है।
राज्यपाल पर लगाया प्रवक्ता जैसा व्यवहार करने का आरोप
उन्होंने राज्यपाल के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होने पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सांविधानिक पद पर होते हुए राज्यपाल को भाजपा प्रवक्ता की तरह काम नहीं करना चाहिए। सचिन के विरोध के तत्काल बाद ही डिप्टी मेयर तरुणा मेहता, सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी समेत पांच पार्षद बैठक से बाहर निकल गए। हालांकि आम आदमी पार्टी और भाजपा पार्षदों की मौजूदगी में बैठक चलती रही। तरुणा मेहता और जसबीर सिंह बंटी ने कहा कि यह सरकारी खर्च का दुरुपयोग है। कांग्रेस पार्टी और उसके पार्षद इसका विरोध करते हैं।
[ad_2]
संविधान हत्या दिवस पर बिफरे कांग्रेसी: चंडीगढ़ स्मार्ट पार्किंग की मीटिंग से वॉकआउट, राज्यपाल पर लगाया आरोप