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चंडीगढ़ नगर निगम में कर्मचारियों की संख्या ज्यादा होने को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब चंडीगढ़ प्रशासन की विजिलेंस टीम ने जांच शुरू कर दी है। यह जांच आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्तियों को लेकर हो रही है, जिन्हें GeM (गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस) के जरिए रख
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विजिलेंस विभाग की एसपी गीताांजली खंडेलवाल ने नगर निगम कमिश्नर को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि कई बार पहले भी भर्ती से जुड़े दस्तावेज मांगे गए, लेकिन नहीं मिले। अब फिर से सभी जरूरी कागजात जल्द भेजने को कहा गया है, ताकि जांच जल्दी पूरी हो सके।
SP ने अपने पत्र में कहा कि CVC (केंद्रीय सतर्कता आयोग) के नियमों के अनुसार कोई भी जांच एक साल से ज्यादा नहीं चलनी चाहिए। इसलिए नगर निगम से जल्द दस्तावेज देने को कहा गया है।
पिछली नगर निगम की बैठक में जब कुछ कर्मचारियों को हटाने के नोटिस दिए गए, तो सभी पार्टियों के पार्षदों ने इसका विरोध किया। यहां तक कि चंडीगढ़ की मेयर ने भी साफ कहा कि कर्मचारियों को हटाना गलत होगा।
वित्तीय संकट के बीच बढ़ी सख्ती
सूत्रों के मुताबिक यह मामला अब चंडीगढ़ प्रशासन के बड़े अधिकारियों तक पहुंच गया है। नगर निगम पहले से ही पैसे की कमी से जूझ रहा है, इसलिए अब कर्मचारियों की संख्या और भर्तियों को लेकर जांच और ज्यादा सख्त हो गई है।
ये है असली मुद्दा…..
- कर्मचारियों की भर्ती GeM पोर्टल से की गई
- कागजात और पहचान की पूरी जांच नहीं की गई
- भर्ती नियमों की अनदेखी की गई
- SP विजिलेंस ने कई बार कागज़ मांगे, अब जांच पर दबाव
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चंडीगढ़ निगम में आउटसोर्स कर्मचारियों की भर्ती पर विजिलेंस जांच: बिना जांच किए नौकरी देने पर सवाल, कमिशनर को पत्र भेज मांगे दस्तावेज – Chandigarh News
