[ad_1]
प्रशासनिक अधिकारियों का विरोा करते धोतड़ व झोरड़नाली के ग्रामीण।
रानियां। घग्गर नदी से निकलने वाली नहरों का पानी टेल तक न पहुंचने पर किसानों की शिकायत की बाद ड्यूटी मैजिस्ट्रेट जब शुक्रवार को गांव धोतड़ खारियां पहुंचे तो यहां के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और टीम का विरोध करने लगे। इस कार्रवाई के लिए 3 ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे।
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए तीनों ही ड्यूटी मैजिस्ट्रेट बिना किसी कार्रवाई के लौट आए। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी जाएगी। बता दें कि घग्गर नदी से सिंचाई विभाग की ओर से 10 नहरें निकाली गई हैं। ताकि इनका प्रयोग सिंचाई के लिए कर सकें।
इन नहरों का पानी सिरसा जिले के टेल तक पहुंचता है, लेकिन कुछ गांवों में यह टेल तक नहीं पहुंच पा रहा था। इस मामले में 2 दिन पहले गांव कर्मगढ़, शेखूपुरा, जोधपुरिया, पीर खेड़ा, चक्कां भूना के किसान उपायुक्त के पास पहुंचे थे। किसानों ने उपायुक्त को बताया था कि उनके गांव में नहर के टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है।
उन्होंने बताया कि झोरड़वाली हेड से लेकर धोतड़ खारियां व अन्य नहरों में अवैध रूप से पाइप लगाई हुई है। जिसका पानी कुओं में संग्रहित हो रहा है। उनका कहना था कि उक्त गांवों के किसानों ने 24 इंचीं पाइपें लगाई हुई हैं। जो कि पूरी तरह से अवैध है। किसानों की शिकायत पर उपायुक्त ने तुरंत संज्ञान लेते हुए तीन ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किए। जिन में रताखेड़ा खरीफ चैनल से अवैध पाइपों को हटाने के लिए तहसीलदार भुवनेश कुमार को बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया।
इसी प्रकार जीबीएसएम नहर में लगी अवैध पाइपों को हटाने के लिए बतौर ड्यूटी मैजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार लोकेश कुमार को लगाया गया, वहीं नाईवाला खरीफ चैनल में लगी अवैध पाइपों को हटाने के लिए सिंचाई विभाग की विजिलेंस टीम के कार्यकारी अभियंता सुशील सेवड़ा को लगाया गया।
तीनों ही ड्यूटी मैजिस्ट्रेट सिंचाई विभाग के अधिकारी व पुलिस टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंच गई। जब टीम यहां पर जांच कर रही थी, तो धोतड़ झोरड़नाली के किसान इकट्ठे होकर विरोध जताने लगे। किसानों ने अधिकारियों से कहा कि वह बोरवेल व कुओं में पानी नहीं डाल रहे हैं। वह केवल सिंचाई के लिए खेतों में पानी का प्रयोग कर रहे हैं।
अगर नहर का पानी टेल तक नहीं जा रहा है तो वह तीन दिन अपने ट्यूबवैल बंद कर देंगे, ताकि टेल तक पानी चला जाए। किसानों के विरोध के चलते अधिकारी मौके से बिना कार्रवाई किए ही लौट गए।
-मौका की स्थिति की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को दे दी जाएगी इसके बाद जो भी आदेश होगा आगामी कार्रवाई की जाएगी। सुशील सेवड़ा, ड्यूटी मैजिस्ट्रेट
[ad_2]
Sirsa News: घग्गर से निकलने वाली नहरों से पाइप हटाने पहुंची प्रशासनिक टीम का किसानों ने किया विरोध