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– जिले के 90 गांवों में लगेंगी एलईडी स्ट्रीट लाइटें, पंचायती राज की ओर से दूसरे चरण का काम हुआ शुरू
– पहले चरण के 45 गांवों में लाइटों का कनेक्शन होना शेष, दो माह में दोनों चरण की प्रक्रिया पूरी होगी
गगन तलवार
करनाल। कर्ण नगरी के गांव भी अब शहर की तर्ज पर रात में जगमग होंगे। पंचायती राज की ओर से गांवों को शहर की तर्ज पर सुविधाएं देते हुए 90 वाट की एलईडी लाइटें लगवाई जाएंगी। फिरनी पर एलईडी लाइटें लगने के बाद ये गांव दिन ढलने के बाद दूधिया रोशनी में नहा जाएंगे। लाइटें लगवाने के लिए सभी प्रक्रिया गत सप्ताह तक पूरी कर ली गई हैं, इसी सप्ताह में धरातल पर कार्य शुरू होगा।
विभाग की योजना के अनुसार, दिवाली से पहले गांवों में एलईडी लाइटें लगाने का कार्य पूरा किया जाएगा। जिले के कुल 90 गांवों में लाइटें लगाई जानी हैं। इसी वर्ष की शुरुआत में पहले चरण में पांच हजार की आबादी वाले 45 गांवों को चुना गया था, इन गांवों में खंभों पर लाइटें लग चुकी हैं। अब दूसरे चरण में 45 नए गांव लिए गए हैं, जिनमें अब खंभे खड़े करके लाइटें लगाई जाएंगी। अक्तूबर माह तक सभी गांवों में लाइटें लगाने के साथ-साथ जगाकर रोशनी करने का लक्ष्य रखा गया है।
लाइटें लगने के बाद इन गांवों की करीब चार लाख आबादी को लाभ होगा। अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक खंड के कुल 10-10 गांवों का चयन किया गया है। गांव की फिरनी का जितना क्षेत्र होगा, वहां सभी लाइट लगेंगी। ताकि ग्रामीणों को दिन ढलने के बाद परेशानी न हो। विदित हो कि पंचायत चुनाव न होने के कारण पिछले दो साल में कई गांव सुविधाओं के अभाव में पिछड़ गए हैं। ज्यादातर गांवों में स्ट्रीट लाइटें नहीं हैं। जहां स्ट्रीट लाइटें थी, वहां एक बार खराब होने के बाद ठीक ही नहीं हुईं। ऐसे में अब एलईडी लाइटें लगने के बाद गांवों की स्थिति में सुधार आएगा। जिले की 395 ग्राम पंचायतों में कुल 435 गांव पड़ते हैं, जिनकी आबादी करीब दस लाख है।
पहले चरण में ये 45 गांव चुने गए थे
– असंध : सालवन, राहड़ा, चौचड़ा, अरडाना और पोपड़ा।
– चिड़ाव : जूंडला, ओंगद, खेड़ीनरू, कतलाहेड़ी और घोघड़ीपुर।
– घरौंडा : कोहंड, कुटेल, कैमला, बरसत और अराईंपुरा।
– इंद्री : बयाना, कलसौरा, बीबीपुर ब्राह्मन, गढ़ी बीरबल।
– करनाल : काछवा, ऊंचा समाना, रांवर, नगला मेघा, रंबा और संगोहा।
– कुंजपुरा : कुंजपुरा, बड़ागांव, घीड़, नेवल और कलवेहड़ी।
– मूनक : बल्ला, मूनक, गगसीना, बाल रांगड़ान और पाढ़ा।
– नीलोखेड़ी : निगदू, शामगढ़, संधीर, सग्गा और पधाना।
– निसिंग : गोंदर, सांभली, ब्रास, डाचर और अमूपुर।
दूसरे चरण में इन गांवों को किया शामिल
– असंध : उपलाना, बाहरी, जलमाना, जयसिंहपुरा, फफड़ाना
– चिड़ाव : दादूपुर रोड़ान, हथलाना, बालू, मंजूरा, चिड़ाव
– घरौंडा : कालरों, बसताड़ा, फरीदपुर, गढ़ीबरल, गुढ़ा
– इंद्री : खेड़ी मानसिंह, जनेसरो, चौगांवा, खेड़ा, जोहर माजरा
– करनाल : नलवीपार, मोहिदीनपुर, शेखपुरा जागीर, डबरकी, दरड़
– कुंजपुरा : मेहमदपुर, नगला रोड़ान, रंदौली, चांदसमांद, रिंडल
– मूनक : स्टौंडी, बांसा, गोली, कुरलन, पिचौलिया।
– नीलोखेड़ी : सौंकड़ा, कोयर, बड़थल, बीरबड़ालवा, तखाना खालसा
– निसिंग : बस्तली, सिंगड़ा, गुनियाना, गुल्लरपुर, बरास खुर्द
पहले चरण के ज्यादातर गांवों में स्ट्रीट लाइटें लगा दी गई हैं, केवल बिजली कनेक्शन होना शेष है। स्ट्रीट लाइटें लगाने के लिए 45 गांव और चुने गए हैं। दो माह में इनमें भी लाइटें लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आचार संहिता से पहले ही निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
– परमिंद्र सिंह, एक्सईएन, पंचायतीराज
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