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सुमन सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शुक्रवार को अपराजिता कार्यक्रम के तहत छात्राओं को महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूक किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वुमन सेफ्टी एंड सोशल जस्टिस सेल की महिला हेड कांस्टेबल किरण ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। सतर्क रहने से कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा सकता। उन्होंने छात्राओं को सलाह दी कि अपनी निजी जानकारी, ओटीपी या पासवर्ड किसी अजनबी के साथ साझा न करें, ताकि साइबर ठगी से बचा जा सके।
कांस्टेबल किरण ने डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि तकनीक जहां जीवन को आसान बना रही है, वहीं साइबर ठग लुभावने ऑफर देकर लोगों को ठग रहे हैं। उन्होंने ऑनलाइन फ्रॉड, फर्जी प्रोफाइल्स और अनजान लिंक्स से बचने की सलाह दी। साथ ही, संवेदनशील परिस्थितियों में तुरंत अभिभावकों या शिक्षकों को सूचित करने की बात कही। कार्यक्रम में सिटी कांस्टेबल कमलेश और ईएएसआई अनिता ने भी छात्राओं को जागरूक किया।
छात्राओं को ‘गुड टच’ और ‘बैड टच’ का अंतर समझाया गया। किरण और उनकी टीम ने उदाहरणों के माध्यम से बताया कि असहज स्पर्श होने पर बिना डर के ‘ना’ कहना चाहिए और विश्वसनीय व्यक्ति को सूचित करना चाहिए। आत्मरक्षा के लिए करंट वाले पेन और बीप साउंड वाली सेफ्टी की-चेन के उपयोग के बारे में भी जानकारी दी गई, जो खतरे की स्थिति में मददगार हो सकते हैं।
महिला पुलिस कर्मियों ने बताया कि अकेले कैब या टैक्सी से यात्रा करने पर हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर प्री-मॉनिटरिंग की सुविधा ली जा सकती है। इसके लिए गाड़ी का नंबर और गंतव्य की जानकारी देनी होगी, साथ ही फोन की लोकेशन ऑन रखनी होगी, जिससे यात्रा सुरक्षित रहे।
कार्यक्रम में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक सवाल पूछे, जिनका महिला पुलिस टीम ने आत्मीयता से जवाब दिया। स्कूल प्रबंधक साहिल सहगल और प्रिंसिपल दिव्या सहगल ने पुलिस विभाग का आभार जताया और कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्राओं को जागरूक और आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर स्कूल स्टाफ के सदस्य सोनू सैनी, प्रीति, नैंसी सहित अन्य मौजूद रहे।
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हिसार में अपराजिता कार्यक्रम में छात्राओं को दी गई साइबर सुरक्षा की जानकारी

