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कार्डियो कर लेना और मसल्स बिल्डिंग नहीं करना: कार्डियो करने से फैट तो बर्न होता है, लेकिन मसल्स नहीं बनते. जब शरीर मसल्स बनाता है तो वो कैलोरीज ज्यादा जलाता है.इसलिए बैलेंस जरूरी है, यानी वेट ट्रेनिंग को भी अपनी रूटीन में शामिल करें.

नींद पूरी न होना: वर्कआउट के बाद रिकवरी जरूरी है और उसके लिए नींद बेहद अहम है. कम नींद से मेटाबॉलिज़्म स्लो हो जाता है और शरीर स्ट्रेस हार्मोन रिलीज़ करता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है.

पर्याप्त पानी नहीं पीना: डिहाइड्रेशन मेटाबॉलिज्म को स्लो कर सकता है. पानी ना सिर्फ बॉडी को डिटॉक्स करता है, बल्कि यह वजन को भी कम करता है.

प्रोटीन कम खाना: वर्कआउट करने के बाद शरीर को सबसे ज्यादा प्रोटीन की जरूरत होती है. लेकिन कई लोग डाइट फोलो नहीं करते, इसलिए वजन बढ़ने लगता है.


लगातार वजन चेक करना और हताश हो जाना: वर्कआउट की शुरुआत में मसल्स का वॉल्यूम बढ़ता है, जिससे वजन बढ़ सकता है. इसका मतलब यह नहीं कि, फैट नहीं घट रहा. खुद को समय दें और भरोसा करें.
Published at : 13 May 2025 10:09 AM (IST)
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