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UPSC Exam Swati Phogat: हरियाणा के युवक और युवतियों ने यूपीएससी एग्जाम में डंका बजाया है. प्रदेश से कुल 20 के करीब युवक युवतियां आएएएस और आईपीएस बनने जा रहे हैं.
गांव मोड़ी निवासी स्वाति फोगाट की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई और बाद में राई स्कूल से 12वीं पास की.
चरखी दादरी. नाम स्वाति फोगाट और अब पेशा होगा सिविल सर्विस. यह कहानी किसी दंगल में परचम लहराने वाली युवती की नहीं है, बल्कि स्वाति फोगाट की है, जिन्होंने यूनियन सर्विस पब्लिक कमीशन में परचम लहराया है. महिला पहलवान विनेश फोगाट के जिले की ही स्वाति फोगाट ने यूपीएससी एग्जाम में 306वां रैंक हासिल किया है. गुरुवार को वाली चरखी दादरी के गांव मोड़ी में उनका स्वागत किया गया. स्वाति फोगाट का बचपन में सपना था कि वह आसमान में जहाज उड़ाए, हालांकि, अब बनाकर मेहनत की तो उसे यूपीएससी में सफलता मिली है.
स्वाति के माता-पिता ने भी बेटी की सफलता पर खुशी जताते हुए दूसरे अभिभावकों को बच्चों की परवरिश कर अच्छा माहौल में मेहनत करवाने का संदेश दिया. उधर, भाजपा के दादरी विधायक सुनील सांगवान व बाढड़ा विधायक उमेद पातुवास ने स्वाति फोगाट को सम्मानित करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है.
दरअसल, गांव मोड़ी निवासी स्वाति फोगाट की प्रारंभिक शिक्षा गांव में हुई और बाद में राई स्पोटर्य स्कूल से 12वीं पास की. कमला नेहरू कालेज दिल्ली से ज्योग्रॉफी आर्नस में बीए करने के बाद कुरुक्षेत्र यूनिर्वसिटी से डिस्टेंस से एमएससी ज्योग्रफी करने के बाद नेट व जेआरएफ क्वालीफाई किया है.
जयपुर से कर रही हैं पीएचडी
स्वाति फोगाट इस समय जयपुर से पीएचडी कर रही हैं. अब उन्होंने दूसरे प्रयास में 306वां रैंक हासिल करते हुए सफलता प्राप्त की है. करीब 28 वर्षीय स्वाति के पिता रमेश फोगाट डीपीई पद से रिटायर्ड हैं और माता सुदेश देवी गृहणी हैं. जबकि स्वाति का छोटा भाई जतीन फोगाट नूंह के नल्लहड़ कालेज से एमबीबीएस कर रहा है. स्वाति फोगाट के गांव लौटने पर जहां परिजनों व ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई वहीं दादरी विधायक सुनील सांगवान व बाढड़ा विधायक उमेद पातुवास ने स्वाति को सम्मानित किया.
बेटियां किसी भी फील्ड में बेहतर-स्वाति
स्वाति फोगाट ने कहा कि बेटियां किसी भी फील्ड में बेहतर कर सकती हैं. गांव की मिट्टी से निकलकर मौका मिला है तो बेटियों की शिक्षा व खेल पर उनका फोकस रहेगा. जिस क्षेत्र में उनको मौका मिलेगा वे कुछ करके दिखाएंगी. स्वाति ने युवाओं को प्रेरणा दी कि मेहनत कभी जाया नहीं जाएगी और सफलता जरूर मिलेगी. पिता रमेश फोगाट और माता सुदेश देवी ने बेटी की सफलता पर खुशी जताई और अभिभावकों को संदेश दिया. पिता रमेश फोगाट ने कहा कि बेटी के दादा हमेशा कहते थे कि वह उनका नाम रोशन करेगी. वह कहते हैं कि बेटियों को कम ना समझें, बेटियां देश का नाम रोशन कर रही हैं. पिता कहते हैं कि बेटी पहले पायलट बनना चाहती थी.
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