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सिंचाई विभाग की टीम गांव नियाना में बालसमंद ब्रांच नहर में मोघा करने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध कर टीम को लौटा दिया था। ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव में नहर में मोघा किया गया तो उनका पानी कम हो जाएगा। गांव में पेयजल आपूर्ति की किल्लत हो जाएगी। जिससे गांव के लोगों को परेशानियाें का सामना करना पड़ेगा। बुधवार को विभाग की टीम पुलिस बल के साथ पहुंची। जिसके बाद मौके पर काम शुरु हुआ।
जानकारी के अनुसार सिंचाई विभाग की टीम गांव नियाना के जलघर के पास बालसमंद ब्रांच से मोघा कर यहां से रॉ वाटर की एक लाइन गांव सिसाय तक डालना चाहते थे। इसके लिए टीम ईंट, सीमेंट, रेती बजरी तथा मजदूर मिस्त्री लेकर पहुंची। जब गांव के लोगों को इसकी जानकारी मिली तो लोगों ने विरोध किया। ग्रामीणों ने कहा कि सिसाय हमारे गांव से 19 किलोमीटर दूर है। हमारे गांव में मोघा करने की बजाए गुराना या किसी दूसरे गांव में मोघा किया जाए। नियाणा गांव से आसपास के पांच गांवों को पहले ही पानी की आपूर्ति दी जा रही है। यहां पर एक ओर मोघा लगाया गया तो हमारे गांव का पानी कम हो जाएगा। गांव में पानी का प्रेशर कम आएगा। जिससे गांव में पेजयल संकट हो जाएगा। लोगों ने कहा कि इस तरह का फैसला लेने से पहले सिंचाई विभाग को ग्रामीणों से राय लेनी चाहिए थी। लोगों ने कहा कि हम किसी को पानी देने का विरोध नहीं कर रहे हम अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। अगर सरकार चाहे ताे किसी भी दूसरी ब्रांच से किसी मोघे से गांव के सिसाय के लोगों को पानी उपलब्ध कराए।
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हिसार में भारी पुलिस की मौजूदगी में सिंचाई विभाग ने शुरु कराया काम