{“_id”:”67f1e71fa53fde25680edf87″,”slug”:”mewat-becomes-new-jamtara-fraud-under-cover-of-aravali-they-take-advantage-of-border-of-haryana-and-rajasthan-2025-04-06″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”मेवात बना नया जामताड़ा: अरावली की आड़ में ठगी का जाल… हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर का उठाते हैं फायदा”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
Cyber Fraud – फोटो : FREEPIK
विस्तार
साइबर ठगी में हरियाणा और राजस्थान से जुड़ा मेवात जामताड़ा से भी आगे निकलता जा रहा है। टटलूबाजी से शुरू हुआ ठगी और धोखाधड़ी का यह खेल अब पूरी तरह से हाईटेक हो गया है। दरअसल, हरियाणा के नूंह और फिरोजपुर झिरका के इलाके राजस्थान के कैथवाड़ा, सीकरी और गोपालगढ़ से मिलते हैं।
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यहां अरावली की पहाड़ी होने के कारण कभी मोबाइल के सिग्नल हरियाणा के आते हैं तो कभी राजस्थान के। इसका साइबर ठग फायदा उठाते हैं और पकड़ में नहीं आते। अब नाबालिगों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है, ताकि पुलिस की कार्रवाई से बचा जा सके।
‘मैंने भी सीखा था, बाद में डर के कारण छोड़ दिया’
फिरोजपुर झिरका में एक व्यापारी के पास काम कर रहे युवक ने बताया कि वह बॉर्डर के गांवों में ट्रेनिंग लेने गया था। गांव के 15-20 लड़के थे। सुबह होते ही पहाड़ी पर चले जाते थे। लड़की बनकर बात करते थे। पहले मैसेंजर पर चैट करते और बाद में व्हाट्सएप नंबर लेकर कॉल और फिर वीडियो कॉल की जाती।
वीडियो कॉल पर दूसरे फोन की स्क्रीन से सामने वाले व्यक्ति को अश्लील फिल्म दिखाई जाती और उसका वीडियो बना लिया जाता। फिर पुलिस बनकर फोन किया जाता। डरा-धमकाकर पैसा वसूल लिया जाता। युवक ने बताया कि पहले ही महीने उसने एक लाख कमाए, लेकिन पुलिस की धरपकड़ के बाद कई रिश्तेदार जेल चले गए और उसने यह काम छोड़ दिया।
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मेवात बना नया जामताड़ा: अरावली की आड़ में ठगी का जाल… हरियाणा और राजस्थान के बॉर्डर का उठाते हैं फायदा