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शिक्षा विभाग ने स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए कमर कस ली है। प्रवेश उत्सव अभियान के तहत शिक्षक डोर टू डोर जाकर अभिभावकों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें राजकीय स्कूलों की सुविधाओं और योजनाओं के बारे में जानकारी दी जा रही है। यह अभियान 20 अप्रैल तक चलेगा।
अभियान के तहत हर स्कूल में शिक्षकों की टीमें गठित की गई हैं, जो घर-घर जाकर बच्चों का डेटा एकत्र कर रही हैं और उन्हें विद्यालय में प्रवेश के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसके साथ ही स्कूल मुखिया, समन्वयक और ब्लॉक स्तर के अधिकारी भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं और मुख्य कार्यक्रम में पहुंचकर शिक्षकों को नामांकन बढ़ाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
इसमें अभिभावकों को बताया जा रहा है कि राजकीय विद्यालयों में अब गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न सह-पाठ्यक्रम गतिविधियां भी करवाई जा रही हैं। इनमें खेलकूद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, विज्ञान व गणित प्रयोगशालाएं, स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय और कंप्यूटर शिक्षा शामिल हैं। साथ ही मिड डे मील, छात्रवृत्ति योजनाएं, निशुल्क पाठ्यपुस्तकें और यूनिफार्म जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
स्कूलों में बढ़ेगा बच्चों का पंजीकरण : सूबे सिंह
प्राथमिक शिक्षक संघ के राज्य प्रैस सचिव सूबे सिंह सुजान का कहना है कि विभाग व शिक्षकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों के सार्थक परिणाम मिलेंगे। सरकारी स्कूलों के प्रति लोगों में फिर से विश्वास भी बनेगा तो बच्चों का पंजीकरण भी बढ़ेगा।
लोगों का विश्वास भी मजबूत होगा : कौशिक
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक का कहना है कि यह पहल न केवल स्कूलों में छात्र संख्या बढ़ाएगी, बल्कि राजकीय स्कूलों के प्रति लोगों का विश्वास भी मजबूत करेगी। प्रवेश उत्सव को लेकर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें बच्चों द्वारा नृत्य, गीत, कविता और अन्य प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। रैली के माध्यम से गांववासियों को नामांकन के लिए जागरूक किया जा रहा है।
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VIDEO : कुरुक्षेत्र में नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षा विभाग बहा रहा पसीना


