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संकल्प अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में एक मरीज का ऑपरेशन चल रहा था। उस दौरान सरकारी डॉक्टर सुरजीत वहां खड़े हुए।
हरियाणा के पानीपत में सरकारी अस्पताल का डॉक्टर निजी अस्पताल में प्रैक्टिस करता मिला। DMS (डिप्टी मेडिकल सुपरिडेंट) एनेस्थीसिया (बेहोश करने वाले) स्पेशलिस्ट डॉ. सुरजीत सरकारी अस्पताल में अपनी ड्यूटी छोड़कर निजी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में मरीज को एनेस्
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भास्कर ने प्राइवेट अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर से लेकर बाहर सड़क तक डॉक्टर का स्टिंग ऑपरेशन किया। इस दौरान डॉक्टर ने बचने के लिए कंधे में दर्द समेत 2 बहाने भी बनाए।
संकल्प अस्पताल में महिला मरीज को बेहोशी का इंजेक्शन लगाते हुए सरकारी डॉक्टर सुरजीत।
OT में चल रहा था ऑपरेशन, पास खड़े डॉ. सुरजीत
भास्कर टीम पहले असंध रोड स्थित संकल्प अस्पताल पहुंची। इसके बाद कैमरा ऑन कर ऑपरेशन थिएटर के बाहर पहुंचे। यहां गेट खुला था। गेट के भीतर पहुंचे तो वहां सामने ही सरकारी अस्पताल के DMS डॉ. सुरजीत खड़े थे। वहां एक मरीज का ऑपरेशन चल रहा था।
नियमों के अनुसार, जब तक किसी मरीज का ऑपरेशन चलता है, बेहोशी का इंजेक्शन लगाने वाला डॉक्टर वहीं उपस्थित रहता है। इन्हीं नियमों के तहत डॉ. सुरजीत भी वहीं खड़े थे। टीम के भीतर घुसने का आभास होते ही डॉ. सुरजीत ने गेट की ओर निगाहे की और इशारे से पूछा कि कौन हो?
भास्कर टीम का परिचय सुनते ही डॉक्टर ने आनन-फानन में अपने जूते पहने।
परिचय सुनते ही पहने जूते, लगाया मास्क और अस्पताल से बाहर निकलने लगे
मरीज की प्राइवेसी के चलते टीम ने डॉक्टर को नाम से आवाज देकर ऑपरेशन थिएटर से बाहर की ओर बुलाया। डॉक्टर बाहर आए और चंद कदम साथ चलने के बाद पूछा कि कौन हो, क्या काम है? तब हमने अपना परिचय दिया। ये सुनते ही डॉक्टर के पैरों तले की जमीन खिसक गई।
आनन-फानन में उन्होंने अपने जूते पहने और ऑपरेशन थिएटर से मास्क लेकर अपने मुंह पर लगा लिया। इसके बाद तेज कदमों से अस्पताल से बाहर की निकलने लगे। यहां डॉक्टर से पूछा भी गया कि आपकी ड्यूटी सरकारी अस्पताल में है और आप यहां क्या कर रहे है? लेकिन, बजाय उन्होंने जवाब देने के हमारा कैमरा बंद करना चाहा।
कंधे पर हाथ लगाकर दर्द का बहाना बनाते हुए डॉक्टर सुरजीत।
खुद को फंसता देख, डॉक्टर ने बनाए दो बहाने
डॉक्टर लगातार सीढ़ियों से नीचे उतरते रहे। हम लगातार उनसे ऑन कैमरा सवाल पूछते रहे, लेकिन डॉक्टर ने अपनी चाल को तेज रखा और अस्पताल के गेट तक पहुंच गए। यहां पहुंचने के बाद डॉक्टर ने अस्पताल आने के दो अलग-अलग कारण बताएं। पहला कारण उन्होंने बताया कि उनका एक मरीज यहां भर्ती है, वे उससे मिलने आए थे।
दूसरा कारण बताया कि उनके कंधे में दर्द था, वे यहां इलाज करवाने आए थे। डॉक्टर अपने इन दोनों ही जवाब में इसलिए फंस गए, क्योंकि डॉक्टर से हमने उनके मरीज का नाम पूछा तो वह नहीं बता सके। दूसरा उनके कंधे में दर्द था तो उनकी OPD स्लिप कहां है और वे ऑपरेशन थिएटर में क्या कर रहे थे। अस्पताल के रिसेप्शन पर उनकी एंट्री क्यों नहीं थी।
अस्पताल के गेट से निकलते हुए डॉक्टर सुरजीत।
अस्पताल से बाहर निकले डॉक्टर, बोले- मैं सरकारी अस्पताल में ऑन कॉल ही जाउंगा
तेज कदमों से चलते हुए डॉ. सुरजीत संकल्प अस्पताल से निकलकर बाहर असंध रोड पर चलने लगे। हमारी टीम भी उनसे बार-बार पूछती रही कि डॉक्टर आप यहां क्यों आए हैं। हालांकि उन्होंने दो बाद दोहराया कि उनके कंधे में दर्द है, वो यहां दवाई लेने आए थे।
सवाल पूछा गया कि अगर दवाई लेने आए तो फिर बिना दवाई लिए क्यों जा रहे हैं। इस पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद डॉक्टर सड़क पर कभी इधर तो कभी उधर कैमरे से बचने के लिए दौड़ लगाते रहे। तीसरी बार डॉक्टर से सवाल पूछा गया कि आपकी फिलहाल ड्यूटी सिविल अस्पताल में है और आप यहां हैं।
वहां मरीज आपका इंतजार कर रहा है। जिसका ऑपरेशन का समय भी हो चुका है। इस पर डॉक्टर ने कहा कि मैं सरकारी अस्पताल में ऑन कॉल ही जाउंगा। कोई कॉल आती है तो मैं चला जाता हूं।
संकल्प अस्पताल के बाहर सड़क पर पैदल जाते हुए डॉक्टर सुरजीत।
कार छोड़कर गलियों से पैदल चले गए डॉक्टर
टीम से बचने के लिए डॉक्टर अपनी कार को वहीं सड़क पर छोड़कर गलियों से किसी दूसरी जगह पर चले गए। जहां के बाद उनका पता नहीं लगा। फिर भास्कर टीम सरकारी अस्पताल पहुंची। जहां कुछ देर बाद डॉक्टर सुरजीत पहुंचे। आनन-फानन में उन्होंने अपनी बायोमेट्रिक हाजिरी लगाई।
यहां आने के बाद उन्होंने मरीज को बेहोशी का इंजेक्शन देकर उसका ऑपरेशन भी करवाया। इसके बाद फिर डॉक्टर वापस संकल्प अस्पताल चले गए। जहां उन्होंने उस मरीज का ऑपरेशन करवाया, जिसे वे अधर में छोड़कर भागे थे।
इसके बाद संकल्प अस्पताल के प्रबंधन से डॉक्टर सुरजीत की ओपीडी स्लिप, जानकार मरीज की जानकारी लेने का प्रयास किया। वहां खड़े एक शख्स ने खुद को अस्पताल का डॉक्टर बताते हुए ये जानकारी देने से मना कर दिया। बाद में पता लगा कि खुद को डॉक्टर बताने वाला शख्स संकल्प अस्पताल का PRO था।
CMO बोले- डॉक्टर पर होगी कड़ी कार्रवाई
इस बारे में CMO डॉ. जयंत आहूजा ने कहा कि इसकी जानकारी भास्कर के स्टिंग ऑपरेशन से ही मिली है। मामला बेहद गंभीर है। इसकी जांच करवाई जाएगी। डॉ. सुरजीत के साथ कौन शामिल है, कब से डॉक्टर ऐसा कर रहे हैं। पूरी कुंडली खंगाल कर हेडक्वार्टर को भी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। साथ ही डॉक्टर पर कड़ा संज्ञान लिया जाएगा। नियमों के अनुसार सरकारी डॉक्टर 24 घंटे ड्यूटी पर होता है। वह किसी भी प्राइवेट अस्पताल में प्रैक्टिस नहीं कर सकता है।
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