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चंडीगढ़ PGI और पंजाब यूनिवर्सिटी के बीच में अंडर पास बनने से मरीज को राहत मिलेगी।

चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल और पंजाब यूनिवर्सिटी के बीच अंडरपास बनाने का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने कंसल्टेंट नियुक्त करने के लिए ऑनलाइन बिड लगाई थी।
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यह कंसलटेंट इस अंडरपास की नई ड्राइंग, एस्टीमेट खर्चा और दूसरे पहेलियां पर रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को देगा। कंसलटेंट 2.36 लाख रुपए में फाइनल हो गया है। करीब 5 महीने पहले इस अंडरपास की फिजिबिलिटी रिपोर्ट को पास किया गया था।
इसमें 2019 में जो अंडरपास की ड्राइंग तैयार की गई थी, उसमें कुछ बदलाव किए गए थे। क्योंकि 2019 से इस प्रोजेक्ट को हेरिटेज कमेटी ने लटका दिया था।
4 नवंबर 2019 को मिली थी मंजूरी
चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा इस अंडरपास का प्रस्ताव बनाकर चंडीगढ़ के तत्कालीन प्रशासक वीपी सिंह बदनोर को भेज दिया था। उन्होंने इस प्रस्ताव को 4 नवंबर 2019 को मंजूरी दी थी। इसके बाद काफी समय जगह तय करने और फिर करीब एक साल डिजाइन तय करने के निकल गया।
इसके बाद यह अंडरपास हेरिटेज कमेटी में फंस गया। हेरिटेज कमेटी ने इसे मंजूरी नहीं दी थी। हैरिटेज कमेटी की मंजूरी मिलने के बाद उसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कराई गई थी।
अंडरपास से मरीजों को मिलेगी राहत
यह अंडरपास पंजाब यूनिवर्सिटी के पास मौजूद बस स्टॉप और पीयू गेट के बीच में बनेगा जो पीजीआई से जुड़ेगा। वर्तमान में पीजीआई और पीयू आने जाने वाले हजारों मरीजों को गाड़ियों की आवाजाही के बीच रोजाना सड़क पार करना पड़ता है।

इस दौरान उन्हें काफी मुसीबत झेलनी पड़ती है। कई लोग तो हादसों का शिकार भी हो चुके हैं। इसी के चलते ही यहां अंडरपास बनाने की जरूरत पड़ी है।
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चंडीगढ़ PGIऔर PU के बीच जल्द बनेगा अंडरपास: प्रशासन ने कंसल्टेंट के लिए लगाई बिड फाइनल, 2019 से अटका हुआ है प्रोजेक्ट – Chandigarh News