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हरियाणा में सीएएस द्वारा विनेश फोगाट मामले में निर्णय उनके हक में नहीं दिया गया है। जिसके चलते विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिल पाया है। एक ही दिन में तीन नामी पहलवानों को धूल चटाकर फाइनल में धमाकेदार एंट्री करने वाली महिला रेसलर विनेश फोगाट को ओलिंपिक

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17 अगस्त को गांव बलाली में होगा कार्यक्रम
सीएएस का निर्णय आने के बाद से उनके गांव बलाली सहित पूरे देश के खेल प्रेमियों में मायूसी है। वीरवार को विनेश के ताऊ महावीर फोगाट ने मीडिया से रूबरू होते हुए अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोर्ट के फैसले के सामने किसी का जोर नहीं चलता। 17 अगस्त को विनेश फोगाट के गांव बलाली में पहुंचने पर उनका गोल्ड मेडलिस्ट की तरह सम्मान किया जाएगा।
आंदोलन शुरू करने की चेतावनी
वे उनको सन्यास को वापिस लेने के लिए मनाकर 2028 ओलंपिक की तैयारी करवाएंगे। वहीं फोगाट खाप ने विनेश को न्याय नहीं मिलने पर देश की खाप पंचायतों को एकजुट होकर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दे डाली है। दंगल गर्ल गीत, बबीता के पिता वे विनेश फोगाट के ताऊ द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट ने कहा कि कोर्ट के फैसले के सामने किसी का जोर नहीं चलता है। यदि विनेश को मौका मिलता है, तो फिर से याचिका दायर करेंगी और न्याय की गुहार लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सीएएस से अभी भी सिल्वर मेडल दिए जाने की उम्मीद है।
भारत की खापें मिलकर करेंगी आंदोलन
उन्होंने कहा कि विनेश 17 अगस्त को गांव लौट रही है। इस दौरान उनका भव्य स्वागत किया जाएगा। वहीं फोगाट खाप के सचिव सुरेश फोगाट ने कहा कि बेटी को न्याय नहीं मिलने पर पूरे भारत की खापें मिलकर बड़ा आंदोलन करेंगी। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट मामले में CAS का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। बेटी के साथ अन्याय हुआ और उनकी अपील को खारिज करना साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा कि भले ही सीएएस का निर्णय उनके पक्ष में नहीं आया है, लेकिन विनेश देश के लोगों की नजरों में एक चैंपियन खिलाड़ी है। 17 अगस्त को गांव लौटने पर एयरपोर्ट से बलाली तक लोग उनके स्वागत के लिए फूलमालाएं लेकर खड़े मिलेंगे।
जानकारी देते हुए महावीर सिंह फोगाट।
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