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अनंतनाग में शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह को कीर्ति सम्मान।
पिछले साल सितंबर महीने में अनंतनाग में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए कर्नल मनप्रीत सिंह को मरणोपरांत इस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। वह मोहाली जिले के गांव भड़ोजियां के रहने वाले थे। शहीद कर्नल के पिता स्
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मनप्रीत सिंह मरने से 3 साल पहले ही लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल पदोन्नत हुए थे। वह अपने पीछे अपना 7 साल का बेटा कबीर सिंह और ढाई साल की बेटी बानी छोड़कर गए थे। उनके साथ-साथ मेजर मल्ला रामा गोपाल, राइफलमैन रवि कुमार और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हिमायू भट्ट को भी कीर्ति चक्र दिया जा रहा है।
मरने से 2 साल पहले मिला था सेना पुरस्कार
शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह मरने से 2 साल पहले सेना पुरस्कार से सम्मानित किए गए थे। वह 19 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। 2021 में अंधाधुंध गोलीबारी करने वाले आतंकवादियों से इसी बटालियन ने सामना किया था। तब मनप्रीत सिंह ने आतंकवादियों को मार गिराया था। इसी बटालियन ने 2016 में आतंकवादी बुरहान वानी को मारा था।
2003 में लेफ्टिनेंट के पद पर हुए थे भर्ती
शहीद मनप्रीत सिंह 2003 में लेफ्टिनेंट के पद पर भर्ती हुए थे। 2020 में वह कर्नल बने थे। उनके पिता अपनी रिटायरमेंट के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में सुरक्षाकर्मी के तौर पर काम करने लग गए थे। उनकी मृत्यु जॉब के दौरान हुई थी। इसलिए शहीद मनप्रीत सिंह के छोटे भाई संदीप सिंह को नॉन टीचिंग स्टाफ में भर्ती किया गया था। वह अभी पंजाब यूनिवर्सिटी में ही काम करते हैं।
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शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह को कीर्ति चक्र: मोहाली के न्यू चंडीगढ़ इलाके के हैं रहने वाले, पिछले साल अनंतनाग मुठभेड़ में हुए थे शहीद – Mohali News