[ad_1]
डाइट, एक्सरसाइज, नींद और सोसाइटी कॉन्टैक्ट जैसे लाइफस्टाइल कारक मानसिक स्वास्थ्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं. और अस्वास्थ्यकर आदतें अवसाद के जोखिम को बढ़ा सकती हैं. जबकि स्वस्थ आदतें इसे रोकने या कम करने में मदद कर सकती हैं.


आवश्यक पोषक तत्वों की कमी वाला खराब डाइट ब्रेन के फंक्शन और मनोदशा पर बुरा असर पड़ता है. जिससे अवसाद और डिप्रेशन का जोखिम बढ़ जाता है. इसके विपरीत फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर डाइट लेने से मेंटल हेल्थ पर काफी अच्छा असर होता है.

फिजिकल एक्टिवी:आप खुद को जितना एक जगह बंद कर लेंगे उतना ही आप धीरे-धीरे अवसाद का शिकार हो जाएंगे. फिजिकल एक्टिवी कम होने से मूड स्वींग का खतरा कम होता है. साथ ही रोजाना एक्सरसाइज जरूर करना चाहिए. इससे तनाव कम होता है और मेंटल हेल्थ में सुधार होता है.

अपर्याप्त या खराब गुणवत्ता वाली नींद मूड को खराब कर सकती है और अवसाद को बढ़ा सकती है. रोजाना नींद का शेड्यूल बनाना और नींद के लिए उस हिसाब से वातावरण बनाना मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है.


अलगाव और सामाजिक समर्थन की कमी अवसाद के जोखिम को बढ़ा सकती है. मजबूत सामाजिक संबंध बनाना और बनाए रखना तनाव से बचा सकता है और स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है.
Published at : 15 Mar 2025 06:44 PM (IST)
हेल्थ फोटो गैलरी
हेल्थ वेब स्टोरीज
[ad_2]
आपकी लाइफस्टाइल भी हो सकती है डिप्रेशन का कारण, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा