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हाइवे में फंसे वाहन (बाएं), सड़क पर जमा मलबा (दाएं)
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते भू स्खलन और हिम स्खलन से जमकर तबाही हुई है। गंगोत्री हाईवे पर हिमस्खलन का वीडियो भी सामने आया है। हर्षिल के पास गंगोत्री हाईवे पर भारी बर्फबारी के कारण हिमस्खलन हुआ है। बर्फ, मलबा और बोल्डर हाईवे और भागीरथी नदी में गिरे। हालांकि, हाईवे पर आवाजाही बंद थी, जिससे कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। हाइवे पर हिमस्खलन शुक्रवार दोपहर बाद हुआ था।
हिमस्खलन के कारण मलबे के साथ बर्फ सड़कों पर आ गई है। इससे रास्ते जाम हो गए हैं और कई जगहों पर सड़क भी टूट गई है। मलबा हटाने और सड़कों को खोलने का काम जारी है।
इलाज के लिए जोशीमठ पहुंचे मजदूर
शनिवार सुबह भारतीय सेना ने हिमस्खलन वाली जगह से 14 नागरिकों को रेस्क्यू किया है। पिछले 24 घंटे से सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। शनिवार के दिन मौसम शांत होने से रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई है। भारतीय सेना ने किराए पर लिए गए सिविल हेलीकॉप्टरों के जरिए तीन घायल कर्मियों को इलाज के लिए माना से जोशीमठ शिफ्ट किया है। ये मजदूर सेना के लिए नियमित रूप से बर्फ हटाने का काम करते हैं और हिमस्खलन की चपेट में आकर मलबे में दब गए थे।
आपदा प्रबंधन सचिव का बयान
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा, “वहां पर मौसम लगातार खराब चल रहा है। मुख्यमंत्री लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कल दो बार कंट्रोल रूम का भ्रमण किया। उन्होंने हर चीज पर विस्तृत जानकारी ली। बचाव और राहत कार्य तेजी से चल रहे हैं। कल तक 55 में से 33 लोगों को बचाया गया। शेष 22 लोगों के लिए बचाव और राहत कार्य चल रहा है। 200 से ज्यादा लोगों को मौके पर (बचाव कार्य के लिए) भेजने की तैयारी है। चार हेलीकॉप्टर काम कर रहे हैं। जरूरत पड़ने पर और सुविधाएं ली जाएंगी। भारतीय वायुसेना का एक एमआई-17 हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर है, मौसम साफ होते ही यह यहां पहुंच जाएगा।”
विनोद कुमार ने कहा “जोशीमठ में मौसम साफ हो रहा है। हम माणा के पास एक हेलीपैड बना रहे हैं, क्योंकि हमारा हेलीपैड बर्फ से ढका हुआ है। बर्फ हटाने का काम जारी है। हमें उम्मीद है कि हेलीपैड तैयार होने के बाद बचाव और राहत कार्य में और तेजी आएगी। लगातार बर्फबारी के कारण रात में बचाव कार्य रोक दिया गया था। बचाव और राहत दलों को कोई खतरा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए रात में ऑपरेशन रोक दिया गया था। शनिवार सुबह से ही काम फिर से शुरू हो गया है। जोशीमठ में हमारी मेडिकल टीम तैयार है। उनके पास सभी जरूरी दवाइयां हैं। सेना, आईटीबीपी, बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।”
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उत्तराखंड में भारी बारिश से भू स्खलन, ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे बंद – India TV Hindi