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मिठाई और अन्य खाने का सामान बेचने वाले देश के प्रमुख खाद्य ब्रांड हल्दीराम स्नैक्स फूड ने सोमवार को दो नये निवेशकों आईएचसी (इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी) और अल्फा वेव ग्लोबल को अपनी हिस्सेदारी बेचने की पुष्टि की। हालांकि, बयान में सौदे के ब्योरे का खुलासा नहीं किया गया। यह घोषणा सिंगापुर स्थित वैश्विक निवेश कंपनी टेमासेक द्वारा अल्पांश हिस्सेदारी के अधिग्रहण की हल्दीराम की पुष्टि के एक दिन बाद की गई है। इस सौदे के विवरण का भी खुलासा नहीं किया गया है। हल्दीराम ने बयान में कहा कि कंपनी को टेमासेक की हाल की भागीदारी के बाद अपने जारी इक्विटी दौर में दो नये निवेशकों, आईएचसी (इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी) और अल्फा वेव ग्लोबल को जोड़ने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह रणनीतिक कदम हल्दीराम की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करता है क्योंकि यह उसकी वैश्विक खासकर अमेरिका और पश्चिम एशिया में विस्तार योजनाओं को गति देगा।
85,000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन पर बिक्री
बयान के अनुसार, यह निवेश अल्फा वेव ग्लोबल और आईएचसी की मजबूत उपभोक्ता ब्रांड वाली प्रमुख कंपनी का समर्थन करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उद्योग सूत्रों के अनुसार, आईएचसी और अल्फा वेव सामूहिक रूप से हल्दीराम स्नैक्स फूड में लगभग छह प्रतिशत की हिस्सेदारी 10 अरब डॉलर (लगभग 85,000 करोड़ रुपये) के मूल्यांकन पर प्राप्त कर रहे हैं। इसे किसी भारतीय ‘पैकेज्ड’ खाद्य उद्योग के लिए सबसे बड़ा मूल्यांकन माना जा रहा है। अल्फा वेव एक वैश्विक निवेश कंपनी है जो तीन मुख्य क्षेत्रों निजी इक्विटी, निजी ऋण और सार्वजनिक बाजारों पर ध्यान केंद्रित करती है, जबकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की आईएचसी दुनिया की सबसे बड़ी निवेश कंपनियों में से है। इस बारे में हल्दीराम समूह के प्रवक्ता ने कहा कि यह भागीदारी हल्दीराम की विकास योजनाओं के लिए पूंजी और दीर्घकालिक योजनाओं के अनुरूप है। इस भागीदारी के साथ, हम अपनी उत्पाद पेशकश को बढ़ाने, अपने परिचालन का विस्तार करने और पश्चिम एशिया तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय भौगोलिक क्षेत्रों में हल्दीराम को एक घरेलू नाम बनाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।
शेयरधारक और भागीदार बनने पर गर्व
अल्फा वेव ग्लोबल के सह-संस्थापक और चेयरमैन रिक गेर्सन ने कहा कि हमें घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हल्दीराम के विकास के चरण में एक शेयरधारक और भागीदार बनने पर गर्व है। साथ ही, हम लगभग एक सदी से ग्राहकों को दी जा रही बेहतर सेवाओं और खुशियों को बनाये रखेंगे। आईएचसी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सैयद बसर शुएब ने कहा, यह निवेश अल्फा वेव और आईएचसी की वैश्विक प्रभाव डालने वाली अग्रणी कंपनियों का समर्थन करने की रणनीति के अनुरूप है। हम नवोन्मेष को बढ़ावा देने और अपनी बाजार उपस्थिति का विस्तार करने के लिए हल्दीराम के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं। पीडब्ल्यूसी निवेश बैंकिंग टीम ने लेनदेन के लिए सलाहकार और खेतान एंड कंपनी ने कानूनी परामर्शदाता के रूप में काम किया।
1937 में हल्दीराम की स्थापना हुई थी
ब्लैकस्टोन, अल्फा वेव ग्लोबल और बेन कैपिटल के नेतृत्व वाले समूह सहित कई निजी इक्विटी कंपनियां हल्दीराम स्नैक्स फूड में हिस्सेदारी लेने की दौड़ में थीं। हल्दीराम स्नैक्स फूड हल्दीराम परिवार – दिल्ली और नागपुर का संयुक्त कारोबार है। इससे पहले, राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण ने दोनों पक्षों के विलय की प्रक्रिया को मंजूरी दे दी थी और अन्य नियामकीय अनुमोदन की प्रतीक्षा है। गंगा भीषण अग्रवाल ने राजस्थान के बीकानेर में एक खुदरा मिठाई और नमकीन की दुकान के रूप में 1937 में इसकी स्थापना की थी। आज हल्दीराम के उत्पाद 80 से अधिक देशों में बेचे जाते हैं। उल्लेखनीय है कि 2022 में यह घोषणा की गई थी कि दिल्ली स्थित हल्दीराम स्नैक्स और नागपुर स्थित हल्दीराम फूड्स इंटरनेशनल के पैकेज्ड स्नैक्स कारोबारों को पहले अलग किया जाएगा और फिर हल्दीराम स्नैक्स फूड नामक इकाई में विलय कर दिया जाएगा।
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80 देशों में फैले हल्दीराम में हिस्सेदारी खरीदने की होड़, 85,000 करोड़ का वैल्यूएशन, अब ये 2 नए निवेशक आए – India TV Hindi