[ad_1]
Human Lifespans : 21वीं सदी में इंसानों की लाइफस्पैन यानी उम्र नहीं बढ़ने वाली है. एक नई अमेरिकी स्टडी में डराने वाला खुलासा हुआ है. जिसमें बताया गया है कि इस सदी में इंसानों की उम्र में बड़ा इजाफा होने की उम्मीद नहीं है. जापान (Japan) जैसे देशों में जहां लोगों की उम्र सबसे ज्यादा होती है, वहां भी पिछले 30 सालों में उम्र बढ़ने की रफ्तार धीमी हो गई है.

इलिनोइस यूनिवर्सिटी (University of Illinois) की इस रिसर्च में पाया गया कि 21वीं सदी के अंत तक सिर्फ 15% महिलाएं और 5% पुरुष ही 100 साल की उम्र तक जिंदा रह पाएंगे। आइए जानते हैं क्या कहती है यह स्टडी…
यह भी पढ़ें: Health Tips: Toilet में बैठकर देर तक करते हैं फोन का इस्तेमाल तो हो सकती है ये गंभीर बीमारियां
घट रही इंसानों की उम्र
इस महीने की शुरुआत में US साइंटिफिक मैग्जीन नेचर एजिंग (Nature Aging) में पब्लिश इस स्टडी में रिसर्चर ने जापान, दक्षिण कोरिया, स्विट्जरलैंड और हांगकांग समेत 8 देशों के आंकड़ों का एनालिसिस किया. ये सभी ऐसे देश हैं, जहां लोगों की उम्र सबसे ज्यादा होती है. इस रिसर्च में उन्होंने पाया कि 1990 से 2019 के बीच उम्र बढ़ने की दर औसतन 6.5 साल थी. 20वीं सदी में साफ-सफाई और मेडिकल सेक्टर में सुधार की वजह से उम्र बढ़ने की दर 3 साल प्रति दशक थी, लेकिन पिछले 30 सालों में यह कम हो गई है.
कितनी उम्र तक जिंदा रह सकता है इंसान
जापान के हेल्थ मिनिस्ट्री के अनुसार, साल 2023 में जापान में महिलाओं की औसत उम्र (Average Age) 87.14 साल और पुरुषों की औसत आयु 81.09 साल थी. जापान में लोगों के जिंदा रहने का समय ज्यादा माना जाता है. यहां 100 साल से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या 95,119 है, जिनमें से 88.3% सिर्फ महिलाएं हैं, जिनकी संख्या 83,958 होती है.
उम्र बढ़ाने के लिए क्या करना होगा
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

[ad_2]
21वीं सदी में नहीं होगा इंसानों के लाइफस्पैन में इजाफा, जानें क्या कहती है स्टडी