
[ad_1]
चंडीगढ़ में एक 19 साल पुराने मामले में नया मोड़ आया है। क्राइम ब्रांच ने सीबीआई की गोपनीय रिपोर्ट के आधार पर डीएसपी एसपीएस सौंधी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह मामला पूर्व आईएएस अधिकारी गुरनिहाल सिंह पीरजादा और बिजनेसमैन सुखबीर
.
मामला 2001 का है, जब पीरजादा पंजाब स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट एंड प्रोडक्शन कॉरपोरेशन लिमिटेड के एमडी थे। उन पर मोहाली इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर B-101 को फर्जी दस्तावेजों के जरिए शेरगिल की कंपनी के नाम ट्रांसफर करवाने की साजिश का आरोप लगा था।

शेरगिल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनसे जबरदस्ती बयान लिए और उन पर फर्जी हस्ताक्षर करवाए। सीबीआई जांच में यह भी सामने आया कि कांस्टेबलों ने स्वीकार किया कि शेरगिल ने उनके सामने कोई दस्तावेज साइन नहीं किए थे। चार्जशीट में दिखाई गई रिकवरी को भी प्लांट किया गया था।
वर्तमान में इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है और एसपी स्तर के अधिकारी स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं। एफआईआर को गोपनीय रखा गया है और पुलिस अधिकारी इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से बच रहे हैं। यह मामला जो पहले यूटी पुलिस के पास था और बाद में सीबीआई को सौंपा गया था, अब एक नए मोड़ पर आ गया है।
[ad_2]
19 साल पुराने प्लॉट विवाद में नया मोड़: चंडीगढ़ में डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों पर एफआईआर, फर्जी दस्तावेज और जबरन बयान लेने का आरोप – Chandigarh News