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150 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में पानीपत पुलिस ने जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर रिंकू ढांडा और उसकी पत्नी सोनिया को गिरफ्तार किया है. दंपती ने 10 महीने में पैसे दोगुना करने का लालच दिया और चार सा…और पढ़ें
पानीपत पुलिस ने फरार कपल को अरेस्ट कर लिया है.
हाइलाइट्स
- 150 करोड़ की ठगी के आरोप में कपल गिरफ्तार.
- 10 महीने में पैसा डबल करने का झांसा दिया.
- पुलिस ने फॉर्च्यूनर, वरना और 2 लाख नकद बरामद किए.
पानीपत. पुलिस ने निवेशकों के साथ करीब 150 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के डायरेक्टर रिंकू ढांडा व उसकी पत्नी सोनिया को गिरफ्तार किया है. आरोपी दंपती ने अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर वर्ष 2019 में जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमीटेड नाम से कंपनी बनाकर 10 महीने में पैसे डबल करने का झांसा देकर लोगों से कंपनी में निवेश करा करीब 4 साल तक निवेशकों को स्कीम का लाभ देने के बाद वर्ष 2024 में कंपनी बंद कर दी थी. निवेशकों को उनका पैसा वापिस नहीं मिला तो उन्होंने आरोपियों के खिलाफ पानीपत व अन्य जिलों में शिकायत देकर मामले दर्ज कराए थे.
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह ने बताया कि गत 31 मार्च को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एनएचबीसी निवासी सुरेश पुत्र कृष्णलाल ने शिकायत देकर बताया था कि पानीपत निवासी निर्दोष कुमार के साथ उसकी जान पहचान थी. निर्दोष कुमार ने उसको अपनी कंपनी जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमीटेड के प्लान के बारे में बताया. मई 2023 में निर्दोष अपने साथ रिंकू ढांडा, सोनिया ढांडा व अंजली को साथ लेकर उनके घर आया. सभी मिलकर कहने लगे उनकी जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमीटेड कंपनी ट्रेडिंग का काम करती है और अच्छा मुनाफा कमाती है. उसको 40 सप्ताह में पैसे डबल करने की बात कहकर कंपनी में निवेश करने के लिए कहा और साथ में पैसों की गांरटी की बात कही.
विश्वास में लेकर 3 जून 2023 को उसकी 10 लाख रूपए की जीएफएक्स की आईडी बनाकर उक्त राशि ले ली. कंपनी की तरफ से उसे किसी प्रकार की रसीद भी नहीं दी गई. आईडी बनने के बाद उसके खाते में थोड़े-थोड़े कर 3 लाख 43 हजार 35 रूपए वापिस आए. सितंबर 2023 में निर्दोष कुमार ने उसकी 20 लाख रूपए की एक आईडी और बनाकर पैसे ले लिए. इसकी भी रसीद नहीं दी गई. अक्तूबर 2023 में कंपनी लोगों का पैसा लेकर भाग गई. कंपनी के डायरेक्टर व अन्य कर्मियों ने साजिश के तहत लोगों के साथ ठगी की. कंपनी के उक्त चारों आरोपियों ने 40 सप्ताह में पैसा डबल करने का झांसा देकर उससे साथ धोखाधड़ी कर उक्त राशि हड़प ली.
मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल डिटेक्टिव युनिट पुलिस टीम द्वारा मामले की जांच करवाने पश्चात सुरेश की शिकायत पर थाना चांदनी बाग में धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं के तहत अभियोग दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी. पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने बताया कि स्पेशल डिटेक्टिव युनिट पुलिस टीम ने आरोपियों के संभावित ठिकानों पर दंबिश देकर बीते मंगलवार को आरोपी रिंकू ढांडा को पंजाब के रूपनगर में मुरिंडा से गिरफ्तार किया. पूछताछ में आरोपी ने नामजद व अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी से पैसे हड़पने की उक्त वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा.
पुलिस ने आरोपी रिंकू ढांडा को माननीय न्यायालय में पेश कर 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की. रिमांड के दोरान आरोपी ने पूछताछ में पुलिस को बताया उसने पत्नी सोनिया के साथ पानीपत निवासी दोस्त निर्दोष से मिलकर नेटवर्क मार्किटिंग में लोगों से पैसे हड़पने की साजिश रची और वर्ष 2019 में जीएफएक्स एकेडमी प्राइवेट लिमीटेड पानीपत के नाम से कंपनी बनाई. कंपनी में काफी लोगों ने पैसा निवेश किया. कंपनी में लेन-देन ज्यादा होने लगा तो जीएफएक्स एकेडमी एंड ट्रेड प्राइवेट लिमीटेड नाम से एक और कंपनी बनाकर उसका पानीपत टीडीआई सेक्टर 18 में ऑफिस बना लिया. इसमें भी करीब 20 हजार लोगों ने करोड़ो रूपए निवेश किये.
निर्दोष की पत्नी अंजली भी ऑफिस में काम करती थी. उनकी कंपनी 10 महीने निवेश की राशि डबल कर देती थी. सभी आरोपियों ने सेमिनार आयोजित किये, जिससे निवेशक उनसे प्रभावित हुए. लोगों ने विश्वास कर करीब 150 करोड़ रूपए कंपनी में निवेश कर दिए. करीब 4 साल तक निवेशकों को स्कीम का लाभ देने के बाद वर्ष 2024 में कंपनी बंद कर दी थी. पुलिस टीम ने शनिवार को मामले में नामजद आरोपी पत्नी सोनिया को गिफ्तार किया. आरोपी दंपती ने ठगी कर हड़पी राशि से फॉच्युर्नर व वरना गाड़ी खरीदी थी. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से फॉच्युर्नर, वरना गाड़ी व 2 लाख रूपए कैश बरामद कर शनिवार को आरोपी रिंकू को रिमांड अवधी पूरी होने पर उसके साथ आरोपी सोनिया को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया. कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी के पानीपत के थाना चांदनी बाग, थाना किला व थाना सेक्टर 13/17 में एक-एक मामला व करनाल में एक व जीन्द में दो मामले दर्ज हैं.
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