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Faridabad News: फरीदाबाद सेक्टर-3 कम्युनिटी सेंटर में इस बार दुर्गा पूजा का भव्य पंडाल राम मंदिर थीम पर तैयार किया जा रहा है. पंडाल की चौड़ाई 110 फीट, ऊंचाई 75 फीट और लंबाई 90 फीट रखी गई है.
Local18 से बातचीत में पूजा समिति के प्रेसिडेंट शायोन सरकार ने बताया कि यह दुर्गा पूजा पिछले 30 सालों से लगातार आयोजित हो रही है. इस बार खास तौर पर राम मंदिर थीम पर इसे तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भगवान राम ने रावण वध से पहले अश्विन मास में देवी दुर्गा की पूजा की थी इसलिए यहां राम और दुर्गा…दोनों की प्रतिमाएं स्थापित होंगी और उनकी पूजा-अर्चना की जाएगी. पिछले साल काशी विश्वनाथ मंदिर की थीम रखी गई थी वहीं इस बार राम मंदिर की थीम को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है.
करीब 19 से 20 लाख रुपये की लागत से यह पंडाल खड़ा किया जा रहा है. इसमें असम का बांस इस्तेमाल हुआ है इसलिए खर्च और भी ज्यादा आया है. पंडाल बनाने वाले कारीगर बिहार और बंगाल से बुलाए गए हैं. समिति से जुड़े करीब 90 परिवार मिलकर हर साल इसका खर्च उठाते हैं. हर परिवार 10 से 20 हजार रुपये तक दान करता है. इसके अलावा फरीदाबाद की स्थानीय कंपनियां और कई लोग सहयोग के लिए आगे आते हैं. यही वजह है कि यह आयोजन इतने बड़े पैमाने पर हो पाता है.
शायोन सरकार बताते हैं कि पंडाल में 14 फीट ऊंची मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. इसे बंगाल के कारीगरों ने दिल्ली में तैयार किया है. दुर्गा पूजा के दौरान चार दिन तक भोग वितरण होता है और कोई भी व्यक्ति यहां खाली पेट नहीं लौटता. चाहे बंगाल के लोग हों या फिर अन्य वर्ग के लोग…सभी यहां प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसके अलावा हर शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी होता है. मुंबई और कोलकाता से कलाकार बुलाए जाते हैं. वहीं स्थानीय बच्चे और गृहिणियां भी मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करती हैं. समिति समाजसेवा में भी पीछे नहीं रहती. कोरोना काल में लोगों को भोजन और वैक्सीन उपलब्ध कराने में इस मंडली ने अहम भूमिका निभाई थी. अब जब दुर्गा पूजा का समय आया है तो यह आयोजन न सिर्फ श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है बल्कि समाज को जोड़ने का भी एक जरिया है. सच ही कहा गया है… जहां आस्था होती है वहां रास्ता अपने आप बन जाता है.
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