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पेरिस ओलंपिक में भारतीय पहलवानों के सामने वेट मेंटेन करना इस समय सबसे बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। विनेश फोगाट के बाद अब दूसरा मामला अमन सहरावत का आया है। अमन ने शुक्रवार को 57kg वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाया, मगर इस मेडल को जीतने से पहले उन्हें रातभर अपने वजन को कम करना पड़ा था। बताया जा रहा है कि सेमीफाइनल मैच हारने के बाद अमन सहरावत का वजन 4.6 किलो बढ़ गया था, जिसे उन्होंने अपने कोच के साथ मिलकर महज 10 घंटों के अंदर कम किया। ब्रॉन्ज मेडल मैच से पहले अमन पूरी रात नहीं सोए और अपने वजन को कम करने में लगे रहे।
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अमन सहरावत ने शुक्रवार, 9 अगस्त को डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। अमन इसी के साथ इंडिविजुअल इवेंट में भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीतने वाले सबसे युवा एथलीट बन गए हैं।
61.5kg पहुंच गया था अमन का वजन
पीटीआई की खबर के अनुसार गुरुवार को सेमीफाइनल में हार के बाद अमन सेहरावत का वजन 61.5 किलोग्राम पहुंच गया था, जो पुरुषों की 57 किलोग्राम भारवर्ग में स्वीकार्य सीमा से ठीक 4.5 किलोग्राम अधिक था। दो भारतीय सीनियर कोच जगमंदर सिंह और वीरेंद्र दहिया के सामने अब ‘मिशन’ अमन के वजन को ब्रॉन्ज मेडल मैच से पहले कम करने का था।
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विनेश फोगट के साथ जो हुआ उसके बाद वे एक और झटका बर्दाश्त नहीं कर सकते थे। विनेश मात्र 100 ग्राम वजन अधिक होने की वजह से महिलाओं के 50 किग्रा फाइनल से डिस्क्वालिफाई हो गईं थी और वह अब इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं।
बर्बाद करने के लिए समय नहीं था
शाम 6:30 बजे जापान के रेई हिगुची के खिलाफ सेमीफाइनल हारने के बाद अमन के बाद ज्यादा समय नहीं था। वजन कम करने के इस ‘मिशन’ की शुरुआत डेढ़ घंटे के मैट सेशन से हुई, जिसके दौरान दो वरिष्ठ कोचों ने उन्हें खड़े होकर कुश्ती करने के लिए प्रेरित किया और उसके बाद एक घंटे तक गर्म पानी से स्नान कराया गया।
12:30 बजे वे जिम गए, जहां अमन ने ट्रेडमिल पर एक घंटे तक बिना रुके दौड़ लगाई।
पसीना बहाने से वजन कम करने में मदद मिलती है जिसके लिए उन्हें 30 मिनट के ब्रेक के बाद 5 मिनट के सौना बाथ के पांच सेशन दिए गए।
आखिरी सत्र के अंत तक अमन का वजन 900 ग्राम अधिक था। उसे मालिश दी गई और फिर कोचों ने अमन को हल्की जॉगिंग करने को कहा।
इसके बाद पांच 15 मिनट की दौड़ का सत्र हुआ। सुबह 4:30 बजे तक अमन का वजन 56.9 किलोग्राम था- जो उनकी वेट कैटेगरी से 100 ग्राम कम था। उनका यह वजन देख कोच और पहलवान ने राहत की सांस ली। इन सत्रों के बीच में, अमन को नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी और थोड़ी कॉफी पीने को दी गई। इसके बाद अमन सो नहीं पाए।
अमन ने बताया कि वह पूरी रात कुश्ती के मुकाबलों की वीडियो देख रहे थे।
कोच दहिया ने कहा, “हम हर घंटे उसका वजन चेक करते रहे। हम पूरी रात नहीं सोए, दिन में भी नहीं। वजन कम करना हमारे लिए सामान्य बात है, लेकिन पिछले दिन (विनेश के साथ) जो हुआ, उसके कारण तनाव था, बहुत तनाव था। हम एक और पदक हाथ से जाने नहीं दे सकते थे।”
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