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बारह क्वार्टर एरिया में 7 जून देर रात छत से गिरने से किशोर गणेश की मौत के मामले में परिजनों व सामाजिक संगठनों ने शुक्रवार को चौथे दिन एडीजीपी कार्यालय का घेराव किया। इससे पहले पहले प्रदर्शनकारियों ने नागरिक अस्पताल से एडीजीपी कार्यालय तक अर्धनग्न होकर विरोध मार्च निकाला। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए रोष जाहिर किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक मांगों के पूरा होने तक विरोध जारी रहेगा।
नागरिक अस्पताल में धरनारत लोगों ने कहा कि बयान बदलवाए जा रहे हैं। नागरिक अस्पताल में बुधवार को घायल आकाश ने पिता ने धरना स्थल पर कहा था कि उसके बेटे से दबाव में बयान दिलवाए गए हैं। वीरवार को उपचाराधीन घायल आकाश ने कहा कि मैंने पहले पुलिस के दबाव में बयान दिया था। मगर सही बात यह है कि घटना वाली रात तीन-चार पुलिस कर्मी छत पर आए थे। उन्होंने गणेश के सिर पर डंडा मारकर उसे धक्का दिया था। उसके बाद पुलिस कर्मियों ने मेरे सिर पर डंडा मारा तो मैं चक्कर आने पर छत से गिरा था।
वीरवार को दो अन्य युवक सिविल अस्पताल में दाखिल हुए हैं। उन्होंने पुलिस कर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। उपचाराधीन दृश्य ने बताया कि वह उस रात दोस्त शिवा की बर्थ डे पार्टी में शामिल था। तब चार पुलिस कर्मचारी आए थे और डीजे पर डांस कर रहे युवकों को पीटने लगे थे। पुलिस कर्मचारी मेरे को पीटते हुए गाड़ी में डालकर नई सब्जी मंडी चौकी में ले गए थे। वहां फिर मारपीट की थी और बिजली का करंट लगाया था। उसके बाद सुबह सी.आई.ए.-2 भवन में ले गए थे। पुलिस कर्मियों ने वहां भी मारपीट की। परिजन मंगलवार शाम को वहां पहुंचे तो पुलिस वालों ने मेरे को छोड़ा।
परिजन बुधवार को मुझे उपचार के लिए अस्पताल में लेकर आए। उपचाराधीन हरीश ने बताया कि पुलिस कर्मचारियों ने मेरे साथ उस रात पार्टी में मारपीट की थी। मैं तब डर के मारे मौके से भाग गया था और परिचित के घर जाकर छुप गया था। परिजन अब उपचार के लिए मेरे को सिविल अस्पताल में लेकर आए हैं।
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हिसार में चौथे दिन भी अड़े रहे परिजन; अर्धनग्न होकर व विरोध जलूस निकालकर एडीजीपी को कार्यालय घेरा