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खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने खेल नर्सरियां शुरू की थी। नर्सरियों में प्रशिक्षण लेने वाले खिलाड़ियों को प्रतिमाह डाइट राशि देने का प्रावधान रखा गया। मगर इन नर्सरियों में खिलाड़ियों को क्या-क्या सुविधाएं मिल रही है इसकी शनिवार को महाबीर स्टेडियम में पड़ताल की गई तो खिलाड़ियों ने भी समस्याएं खुलकर बताई। योग और वालीबाल खिलाड़ियों का कहना है कि यहां पीने का पानी तक नहीं है। वाटर कूलर खराब पड़े हैं। हालात यह है कि मोटर खराब होने के कारण वालीबाल ग्राउंड में पानी का छिड़काव नहीं हो रहा। ऐसे में मैदान में छिड़काव के लिए खिलाड़ी दीवार फांदकर होदी में बाल्टी से पानी भरते हैं और उसके बाद छिड़काव करते है। ऐसे में खिलाड़ियों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है। इस ओर जिला खेल अधिकारी से लेकर कोच का कोई ध्यान नहीं है।
वहीं, योग का सेंटर शिफ्ट होने के कारण खिलाड़ियों की संख्या घट गई हैं। जहां पहले नर्सरी में 25 खिलाड़ी अभ्यास कर रहे थे। मगर अब सेंटर होली चाइल्ड सीनियर सेकेंडरी स्कूल से महाबीर स्टेडियम शिफ्ट होने के बाद खिलाड़ियों की संख्या घटकर 15 रह गई हैं। योग हॉल की छत की फॉल सिलिंग गिरी हुई हैं। कभी भी हादसा हो सकता है। वहीं, खिलाड़ियों का कहना है कि वालीबाल ग्राउंड में लाइटें खराब हैं। हालांकि कोच सुनीता फोगाट का कहना है कि लाइट का कनेक्शन हटा हुआ है।
वालीबाल में हवा भरने के लिए पंप का सामान लेने के कारण लेट हो गई
शाम पांच बजे वालीबाल ग्राउंड में खिलाड़ी अपने स्तर पर अभ्यास कर रहे थे। खिलाड़ियों से कोच के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैडम अभी आने वाली हैं। जब कोच सुनीता फोगाट से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के अभ्यास का समय शाम पांच बजे से है। मैं वालीबाल में हवा भरने के लिए पंप का सामान लेने चली गई थी। इस कारण थोड़ी लेट हो गई।
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हिसार में खेल नर्सरी में नहीं पानी, खिलाड़ी ढो रहे बाल्टियां; योग हॉल में भी फाल सिलिंग गिरी हुई


