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अखिल भारतीय किसान सभा तहसील कमेटी बालसमंद के सम्मेलन में जलभराव से परेशान किसानों की समस्याओं के समाधान की मांग की गई। इसके लिए तहसील कार्यालय में ज्ञापन देकर आंदोलन की भी चेतावनी दी गई।
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए बलजीत सिंह, रामकुमार जागड़ा और बलराज बिजला ने किसानों को संघर्ष का इतिहास बताया। किसान मसीहा पंडित सहजानंद सरस्वती, चौधरी छोटू राम और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर का योगदान भी बताया गया।
जिलाध्यक्ष शमशेर सिंह नंबरदार ने कहा कि केंद्र सरकार ने कपास पर लगा 11 प्रतिशत आयात शुल्क हटा दिया जबकि अमेरिका ने यह शुल्क बढ़ा दिया है। बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का भी विरोध किया गया। इसके लिए 31 अगस्त को नरवाना में संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत होगी। इस मौके पर जिला कोषाध्यक्ष कपूर सिंह बगला, वरिष्ठ किसान नेता सूबे सिंह बूरा, युवा किसान नेता रमेरा मिरका और अभय राम फौजी ने भी विचार रखे।
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हिसार: मुआवजे के लिए किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी


