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मंगाली चौकी में 23 जुलाई की रात पुलिस हिरासत में संजय की मौत मामले की जांच के दौरान मृतक के बेटे अमित को डीएसपी के थप्पड़ मारने को लेकर ग्रामीण चौकी के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस दोषी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई होने तक धरना देंगे। ग्रामीण रात को भी चौकी के बाहर धरने पर बैठे रहे। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने धरना खत्म कराने के लिए उनका टैंट भी उखाड़ दिया। ग्रामीणों ने धूप में बैठ कर धरना दिया।
पुलिस अधीक्षक को दी शिकायत में अमित ने बताया कि उसके पिता संजय की मृत्यु 23 जुलाई को पुलिस हिरासत में हुई थी। 25 जुलाई की शाम करीब 4 बजे पुलिस व फोरेंसिक साइंस की टीम उसके घर आई। पुलिस ने उसकी मां के बयान दर्ज किए व बहन को घर से बाहर बुलाकर बिना किसी महिला पुलिस की उपस्थिति में पूछताछ की। पुलिस ने अपने अनुसार बयान लिखकर उन पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव बनाते हुए परेशान किया। इसी दौरान डीएसपी कमलजीत उसके घर के अंदर आए। वह और उसके परिवार के सदस्य फोरेंसिक टीम की जांच में सहयोग कर रहे थे लेकिन डीएसपी कंवलजीत व अन्य पुलिस कर्मियों ने उसको धक्के मारकर घर से बाहर निकालने का प्रयास किया। इस पर उसने अपने फोन से वीडियो बनाने का प्रयास किया तो डीएसपी कमनजीत ने उसका फोन छीन लिया और उसको थप्पड़ मारा। उन्होंने थप्पड़ का विरोध किया तो धमकी दी कि जो हो सकता है कर लेना व अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। उसने मांग की है कि डीएसपी कंमलजीत, सुखबीर, विनय, जगबीर, चौकी प्रभारी राकेश कुमार के खिलाफ केस दर्ज करके कानूनी कार्रवाई की जाए।
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हिसार: मंगाली चौकी के बाहर ग्रामीणों ने लगाया टैंट, पुलिस ने उखाड़ा, धूप में ही धरने पर बैठे ग्रामीण


