[ad_1]
बेरूत के कैमिली चामौन स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में हसन नसरल्लाह को अंतिम विदाई दी जा रही है।
हिजबुल्लाह के चीफ रहे हसन नसरल्लाह को करीब 5 महीने बाद फिर से दफनाया जा रहा है। इजराइल ने नसरल्लाह को 27 सितंबर को लेबनान की राजधानी बेरूत में हवाई हमले में मार गिराया था।
मौत के 7 दिन बाद उसे किसी सीक्रेट जगह पर दफन कर दिया गया था। अब उसे दक्षिणी बेरूत के एयरपोर्ट रोड के पास दफनाया जाएगा।
बेरूत के कैमिली चामौन स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में नसरल्लाह को अंतिम विदाई दी जा रही है। इस स्टेडियम की क्षमता 50 हजार लोगों की है। नसरल्लाह की अंतिम विदाई में 65 देशों से लगभग 800 हस्तियां शामिल हो रही हैं।
इसमें कई शिया ऑर्गेनाइजेशन के साथ-साथ ईरानी संसद के स्पीकर मोहम्मद बगैर गालिबाफ भी शामिल होंगे। इसके अलावा देश के अलग-अलग हिस्से से हजारों हिजबुल्लाह समर्थक पहुंचे हैं।
नसरल्लाह की अंतिम विदाई से जुड़ी 5 तस्वीरें…

स्टेडियम में एक्स्ट्रा कुर्सी लगाई गई हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बैठ सकें।

नसरल्लाह की अंतिम विदाई में कई महिलाएं भी शामिल हुईं।

नसरल्लाह के जनाजे में एक शख्स शामिल हुआ, जिसकी आंखें इजराइली हमले में खराब हो गई। उसके हाथ में उसकी पत्नी और बच्चों की तस्वीर है जो हमले में मारे गए।

हसन नसरल्लाह और हासिम सफीउद्दीन की विदाई में शामिल होने पहुंचे लोग।

यमन की राजधानी सना में नसरल्लाह की याद में कार्यक्रम हुआ। हूती विद्रोहियों के अधिकारियों ने इसमें हिस्सा लिया।
हिजबुल्लाह ने ज्यादा से ज्यादा लोगों के आने की अपील की
हिजबुल्लाह इस कार्यक्रम के जरिए दुनियाभर में अपनी ताकत का प्रदर्शन करना चाहता है। इसलिए संगठन के नेता ज्यादा से ज्यादा लोगों से आने की अपील कर रहे हैं।

हिजबुल्लाह नेता अली दामूश ने शनिवार को कहा- हर घर, गांव और शहर से आइए ताकि दुश्मन को हम बता सकें कि हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
नसरल्लाह के साथ सैयद हाशिम सफीउद्दीन का भी अंतिम सरकार होना है। सफीउद्दीन, नसरल्लाह का चचेरा भाई था और उसकी मौत के बाद हिजबुल्लाह का चीफ बना था। सफीउद्दीन को दक्षिणी लेबनान में उनके पैतृक घर डेर कानून एन-नहर में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
हसन नसरल्लाह को 4 अक्टूबर को ईरान में किसी सीक्रेट जगह दफनाया गया था। जिस वक्त नसरल्लाह को दफनाया गया, उसी वक्त ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में हिजबुल्लाह चीफ की याद में नमाज पढ़ी थी। इसके बाद उन्होंने मस्जिद में मौजूद हजारों की तादाद लोगों के सामने भाषण दिया था।

नसरल्लाह की मौत पर शोक सभा में कुरान पढ़ते हुए ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई (सबसे दाएं) और ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान (सबसे बाएं) ।
बम धमाके के झटके से हुई थी नसरल्लाह की मौत
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल ने नसरल्लाह को मारने के लिए 80 टन के बम का इस्तेमाल किया था। इजराइल के हमले के 20 घंटे बाद नसरल्लाह की डेड बॉडी को निकाला गया था।
उसके शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक नसरल्लाह की मौत बम धमाके के झटके से हुई थी। मौत के पीछे तेज धमाके से हुए ट्रॉमा को वजह माना गया था।
NYT की रिपोर्ट के मुताबिक नसरल्लाह को मारने के लिए इजराइल ने 8 लड़ाकू विमान भेजे थे। इनके जरिए हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 2 हजार पाउंड के 15 बम गिराए गए थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, ये अमेरिका में बने BLU-109 बम थे, जिन्हें बंकर बस्टर भी कहा जाता है। ये लोकेशन पर अंडरग्राउंड तक घुसकर विस्फोट करने में सक्षम होते हैं।

हसन नसरल्लाह से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…
कौन है नसरल्लाह, जिसने 50 साल निभाई इजराइल से दुश्मनी:सब्जी वाले के घर जन्मा, 15 की उम्र में यहूदियों के खिलाफ उठाए थे हथियार

27 सितंबर 2024 को इजराइल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर कई टन बारूद गिराए। इजराइली PM ने एक वीडियो जारी कर कहा, “हमारे दुश्मन सोचते थे कि हम मकड़ी के जाल की तरह कमजोर हैं, लेकिन हमारे पास स्टील की नसें हैं।” नेतन्याहू के बयान के कुछ घंटे बाद इजराइली सेना ने पुष्टि कर दी कि नसरल्लाह मारा गया। पूरी खबर यहां पढ़ें…
[ad_2]
हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह आज दोबारा दफन होगा: लेबनान की राजधानी बेरूत के स्टेडियम में अंतिम विदाई; ईरान के स्पीकर शामिल होंगे